वैकल्पिक दिवस पर लगेंगी क्लास, कॉलेजों ने जारी किया शेड्यूल (Colleges and Universities )
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प्रमोट हुए विद्यार्थियों की परीक्षा पर अभी भी संशय बरकरार,विद्यार्थी चिंतित
सच कहूँ/संदीप सिंहमार। हिसार। वैश्विक महामारी कोविड-19 के प्रभाव के कारण पिछले 8 महीनों से बंद चले आ रहे (Colleges and Universities) महाविद्यालय व विश्वविद्यालय हरियाणा प्रदेश में कल से खुलने जा रहे हैं। उच्च शिक्षा विभाग व प्रदेश सरकार के निर्देश मिलने के बाद कॉलेज में विश्वविद्यालयों ने अपने अपने स्तर पर तैयारियों को अंतिम रूप जरूर दे दिया है, लेकिन कॉलेज यूनिवर्सिटी खुलने के साथ ही कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा भी सता रहा है। क्योंकि वर्तमान में दिल्ली सहित हरियाणा प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर चल रही है। ऐसी स्थिति में कॉलेज व विश्वविद्यालयों में जुटने वाली विद्यार्थियों की भीड़ संक्रमण का कारण बन सकती है।
हालांकि उच्चतर शिक्षा विभाग ने विद्यार्थियों का क्लास में आना अनिवार्य नहीं किया है। फिर भी जो विद्यार्थी कॉलेज जा विश्वविद्यालय में आकर क्लास लगाना चाहते हैं, उनके लिए शेड्यूल जारी कर दिया गया है। फिलहाल रूटीन की कक्षा न लगकर सिर्फ वैकल्पिक तौर पर ही कक्षाएं लगाई जाएंगी। बीए, बीएससी व बीकाम, इसी प्रकार स्नातकोत्तर स्तरीय विद्यार्थियों को कक्षा के हिसाब से सप्ताह में दो बार ही कॉलेज या विश्वविद्यालय में आने की अनुमति दी गई है। अपने शेड्यूल के अनुसार कॉलेज न आने वाले विद्यार्थियों को अंदर आने की अनुमति नहीं मिलेगी।
यह होगी सबसे बड़ी चुनौती
कॉलेज में विश्वविद्यालयों में पढ़ाई करने वाले युवा 8 महीने बाद जब मिलेंगे तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करवाना कॉलेज व विश्वविद्यालय प्रबंधन के लिए सबसे बड़ा चुनौती भरा कार्य होगा। कक्षाओं में पढ़ने वाले युवा हाथ मिलाने व गले मिलने से नहीं कतराएंगे। यदि ऐसी लापरवाही कॉलेज विश्वविद्यालय में देखने को मिली तो विद्यार्थियों में संक्रमण फैलने की संभावना ज्यादा हो जाएगी। वैसे तो कॉलेज व विश्वविद्यालय प्रबंधन ने प्रवेश द्वार से लेकर कक्षा कक्ष तक कोविड-19 से बचने के लिए सैनिटाइजर का विशेष तौर पर प्रबंध किया है। इसके साथ-साथ बचाव के लिए विभिन्न प्रकार के फ्लेक्स भी लगाए गए हैं, लेकिन कॉलेजों में आने वाले विद्यार्थी इन नियमों का पालन करें तो संक्रमण से बचा जा सकता है।
परीक्षाओं पर अभी भी संशय बरकरार
हरियाणा के उच्च शिक्षा शिक्षा विभाग में अध्यनरत विद्यार्थियों को जितनी चिंता अपनी पढ़ाई की है, उससे भी ज्यादा चिंता परीक्षाओं की भी है। कोविड-19 की दौर में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के दिशा निर्देश के बाद बेशक स्नातक स्तरीय प्रथम व द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों व स्नातकोत्तर स्तर पर प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों को अगली कक्षाओं में प्रमोट कर दिया गया हो लेकिन अभी तक इन कक्षाओं का अंतिम परीक्षा परिणाम जारी नहीं किया गया है। ध्यान रहे कि हरियाणा सरकार ने स्नातक व स्नातकोत्तर स्तरीय अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों को भी बिना परीक्षा दिए पास करने की घोषणा कर दी थी।
लेकिन बाद में बिना परीक्षा के डिग्री ने मिलने का हवाला देकर परीक्षाएं आयोजित करवानी पड़ी थी। इसी प्रकार बैचलर ऑफ़ एजुकेशन की भी वर्तमान में परीक्षाएं अंतिम दौर में चल रही है। वहीं स्नातक प्रथम वर्ष व द्वितीय वर्ष तथा स्नातकोत्तर प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों को भी परीक्षाएं देनी पड़ सकती है। हरियाणा हायर एजुकेशन डिपार्टमेंट में परीक्षाओं से संबंधित सुगबुगाहट शुरू हो गई है। सूत्रों का तो यहां तक भी कहना है कि स्नातक प्रथम व द्वितीय वर्ष के द्वितीय व चतुर्थ सेमेस्टर विद्यार्थियों की परीक्षा के लिए प्रश्नपत्र भी बनकर तैयार हो चुके हैं। सिर्फ परीक्षाओं का शेड्यूल जारी होने पर मंथन चल रहा है।
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