किसानों की चेतावनी, यात्री रेल चलाई तो फिर से रेल ट्रैक पर लगेंगे धरने

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पंजाब में अभी भी कई स्थानों पर ट्रैक ब्लॉक, सरकार के साथ संपर्क कायम: चेयरमैन

सच कहूँ/अश्वनी चावला चंडीगढ़। पिछले डेढ़ महीने से पंजाब में चल रहा ‘रेल संकट’ अभी भी कायम है, हालांकि केंद्रीय रेलवे की ओर से पंजाब में फिर से रेल की बहाली का ऐलान कर दिया गया है परंतु किसानों और रेलवे की आपसी जिद के चलते यह संकट खत्म होता नजर नहीं आ रहा है। केंद्रीय रेलवे की ओर से मालगाड़ियों के साथ ही यात्री गाड़ियां भी चलाने का ऐलान किया जा रहा है, जिस पर किसानों ने भी चेतावनी दे दी है कि पंजाब में एक भी यात्री गाड़ी नहीं आने दी जाऐगी, यदि यात्री गाड़ी चलाने की कोशिश की गई तो पहले की तरह पंजाब के सभी रेल ट्रैक पर किसान उतरते हुए फिर से धरना लगा दिया जाएगा। वहीं दूसरी तरफ रेलवे ने साफ कर दिया है कि रेल चलाने के लिए किसी भी शर्त को माना नहीं जा सकता है और मालगाड़ियों के साथ ही यात्री गाड़ियां भी चलाई जाएंगी, क्योंकि पंजाब में से बड़ी संख्या में लोग त्यौहारों के चलते अपने घरों को जाना चाहते हैं।
जानकारी अनुसार पिछली 24 सितम्बर से ही पंजाब में किसानों की ओर से रेलवे ट्रैक जाम किए हुए हैं और पंजाब में न ही कोई यात्री गाड़ी चल रही है और न ही कोई मालगाड़ी को चलाया जा रहा है। हालांकि किसानों की ओर से 22 अक्तूबर से ही मालगाड़ियों को चलाने के लिए ट्रैक खाली किए हुए हैं परन्तु केंद्रीय रेलवे ट्रैक ब्लॉक की सूचना पंजाब को देते हुए रेलवे ट्रैक खाली करवाने के लिए कह रहा है।  बीते दो दिनों से लगातार मीडिया के साथ रू-ब-रू हो रहे केंद्रीय रेलवे के चेयरमैन विनोद कुमार यादव ने शुक्रवार को बताया कि राज्य सरकार की ओर से भरोसा दिया गया था कि शुरकवार सुबह तक सभी रेल ट्रैक खाली करवा दिए जाएंगे परन्तु शुक्रवार शाम तक 15 से ज्यादा रेल ट्रैक ब्लॉक थे।
विनोद कुमार यादव ने कहा कि पंजाब में सामान की सप्लाई करने के लिए मालगाड़ियां तैयार हैं तो यात्रियों को उनके शहर तक पहुंचाने के लिए यात्री रेल भी तैयार है, इसलिए बड़े स्तर पर बुकिंग भी रेलवे के पास हुई पड़ी है। उन्होंने बताया कि पंजाब में सिर्फ माल गाड़ियां नहीं चलाई जाएंगी और यात्री रेल के साथ ही चलेगी। दूसरी तरफ किसान संगठनों ने साफ कर दिया है कि वह एक भी यात्री गाड़ी पंजाब में नहीं चलने देंगे, यदि इस संबंधी धक्का किया गया तो किसान फिर से अपने धरने लगाने को मजबूर होंगे।

हाथ मरोड़ कर रेल चलाना चाहता है केंद्र, 6 महीने तक चलेगा आंदोलन: राजेवाल

भारतीय किसान यूनियन राजेवाल के प्रधान बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा कि केंद्र सरकार मालगाड़ियों के बहाने पंजाब में यात्री रेल चलाने की कोशिश कर रहा है। इस तरीके से केंद्र सरकार को हाथ मरोड़ने की इजाजत नहीं दी जाऐगी। उन्होंने कहा कि पंजाब में किसान आंदोलन कर रहा है परंतु रेल चलाने के लिए शर्त केंद्र सरकार रखने में लगी हुई है। इस तरह केंद्र को किसान अपना हाथ मरोड़ने नहीं देगा।  उन्होंने कहा कि पंजाब में एक भी यात्री रेल नहीं चलेगी, इसलिए किसान संगठनें तैयार हैं और आंदोलन को 6 महीने तक चलाने के लिए रणनीति तैयार है। यदि केंद्र सरकार मालगाड़ियां नहीं चलाना चाहता है तो उनकी मर्जी है परन्तु मालगाड़ियों को चलाने के लिए केंद्र की यात्री गाड़ियों के लिए रास्ते की शर्त किसी हालत नहीं मानी जाएगी।

 

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