विभिन्न राज्यों के 45 मैंबरों और साध-संगत ने दी श्रद्धांजलि
सुरजीत/सच कहूँ नारायणगढ़। डेरा सच्चा सौदा के अनथक सेवादार ब्लॉक पौंटा साहिब (हिमाचल प्रदेश) निवासी 45 मैंबर रामजी लाल इन्सां अपनी स्वांसों रूपी पूंजी पूर्ण कर कुल मालिक के चरणों में सचखंड जा विराजे। उनके नमित नामचर्चा का आयोजन रविवार को प्रात: 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक किया गया। नामचर्चा का शुभारंभ ब्लॉक भंगीदास राम प्रकाश इन्सां ने पवित्र नारे और विनती के साथ किया। तत्पश्चात कविराज भाईयों ने मनुष्य जन्म के महत्व को दर्शाते भजनों के माध्यम से सतगुरु की महिमा का गुणगान किया।
रामजी लाल इन्सां के परिजनों ने 7 जरूरतमंद परिवारों को एक-एक माह का राशन बांटा (45 member Ramji Lal Insan)
इसके पश्चात साध-संगत ने सचखंडवासी 45 मैंबर रामजी लाल इन्सां को श्रद्धांजलि अर्पित की। वहीं पवित्र ग्रंथ से संत-महात्माओं के पवित्र वचन पढ़कर सुनाए गए। इस मौके पर सचखंडवासी रामजी लाल इन्सां के परिजनों ने 7 जरूरतमंद परिवारों को एक-एक माह का राशन बांटा। 45 मैंबर केहर सिंह इन्सां ने बताया कि पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन शिक्षाओं पर चलते हुए 45 मैंबर रामजी लाल इन्सां अपने अंतिम स्वांस तक मानवता की सेवा में जुटे रहे। दरबार में आने की बात हो या किसी सेवा की बात हो, वे खुशी-खुशी अपनी सेवा पर पहुंच जाते और बड़ी शिद्दत से अपनी ड्यूटी निभाते रहे। विनम्र स्वभाव के चलते वे सभी से प्रेमभाव रखते थे और हमेशा सतगुरु का यशोगान करते रहते थे।
पूज्य गुरु जी पर दृढ़ विश्वास और आस्था के साथ उन्होंने अनेक भाई-बहनों को दरबार में लाकर गुरुमंत्र दिलवाया। जिसके बाद ऐसे भाई-बहनों ने बुराइयां छोड़कर अपने जीवन को खुशियों से महकाया। इस मौके पर ब्लॉक पाउंटा साहिब के भाई-बहन, सरसा दरबार से सेवादार भाई किशोर इन्सां, हिमाचल प्रदेश के 45 मैंबर चमनलाल इन्सां, 45 मैंबर शीशपाल इन्सां, जोगिन्द्र पाल इन्सां, के.आर. परमार, बलवन्त सिंह, बलबीर सिंह, चेत सिंह, प्रिंसीपल विमला इन्सां, ऊषा इन्सां, कमलेश इन्सां, महिन्द्र कौर इन्सां व आशा सहित साध-संगत मौजूद थी।
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