अधिकतर घरों में नहीं उपलब्ध हो पाती स्मार्टफोन की सुविधा
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सरकार के आदेशों के खिलाफ भड़की आंगनवाड़ी वर्कर्स
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झज्जर में जमकर किया प्रदर्शन, की नारेबाजी
झज्जर (सच कहूँ/संजय भाटिया)। हरियाणा सरकार द्वारा आंगनवाड़ी सेंटरों में पढ़ने वाले 3 से 6 साल के बच्चों को व्हाट्सअप गु्रप बनाकर ऑनलाइन से जोड़ने के मामले को लेकर आंगनवाड़ी वर्कर भड़क गई हैं। सरकार के इस फैसले पर विरोध जताते हुए वीरवार को जिलाभर की आंगनवाड़ी वर्करों ने झज्जर लघु सचिवालय पहुंच कर प्रदर्शन किया और अपनी मांगों का ज्ञापन तहसीलदार के माध्यम से सीएम के पास भेजा। प्रदर्शन करने से पूर्व जिलाभर की आंगनवाड़ी वर्कर यहां लघु सचिवालय के पास स्थित ग्रीन बैल्ट में एकत्रित हुई और बाद में प्रदर्शन करते हुए लघु सचिवालय परिसर पहुंची। यहां उन्होंने काफी देर तक सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए धरना-प्रदर्शन किया। इस दौरान आंगनवाड़ी वर्करों का कहना था कि सरकार ने आंगनवाड़ी सैंटरों में पढ़ने वाले तीन साल से 6 साल तक के मासूम बच्चों को व्हाट्सअप गु्रप बनाकर ऑनलाइन करने के आदेश जारी किए हैं, जोकि न्याय संगत नहीं है। उनका कहना था कि सभी को पता है कि आंगनवाड़ी सैंटरों में केवल और केवल गरीब घरों के बच्चे आते हैं। इनमें से या तो इन परिवारों के पास फोन नहीं है और यदि हैं तो वह स्मार्ट फोन नहीं है। ऐसे में इनके व्हाट्सअप ग्रुप बनाकर ऑनलाइन करना मुमकिन नहीं है। उनका कहना था कि सरकार हरियाणा में तीन साल से 6 साल तक के बच्चों के लिए प्ले स्कूल खोलकर उन्हें एनजीओ को दिए जाने की योजना बना रही है। यदि सरकार को ऐसा करना है तो फिर एनजीओ क्यों, इसमें आंगनवाड़ी वर्करों को शामिल करना चाहिए। इनके अलावा अन्य मांगोंं को लेकर भी आंनवाड़ी वर्करों ने अपनी नाराजगी जताई। बाद में अपनी मांगों का ज्ञापन सीएम के नाम तहसीलदार को सौंपा।
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