अनिल विज ने राज्य स्तर पर भी एप बनाने को लेकर उच्च अधिकारियों को दिए आदेश
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कोरोना संक्रमण को रोकने में होंगे मददगार हॉस्पिटल बैड मैनेजमैंट व होम आईसोलेशन एप
अम्बाला(सच कहूँ न्यूज)। गृह, शहरी स्थानीय निकाय एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने शुक्रवार कोविड-19 के दृष्टिगत लोगों को त्वरित और बुकिंग सुविधा उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से लोक निर्माण विश्राम गृह अम्बाला छावनी में अम्बाला हॉस्पिटल बैड मैनेजमैंट व होम आईसोलेशन एप का शुभारम्भ किया। इस एप को गुगल के माध्यम से व जिला प्रशासन द्वारा जारी वेबसाइट के जरिये डाउनलोड किया जा सकता है और यह किसी भी मोबाईल जैसे एंड्राएड, स्मार्ट फोन पर भी डाउनलोड की जा सकती है। गृहमंत्री ने इन दोनों ऐप के शुभारम्भ के लिए जिला प्रशासन की प्रशंसा की और कहा कि यह माडल हिन्दुस्तान में पहला ऐसा माडल हो सकता है जो यहां पर लॉंच किया गया है।
उन्होंने कहा कि राज्य स्तर पर भी इस प्रकार के एप लांच करने के लिए उच्च अधिकारियों से बात की जायेगी ताकि सभी जिलों का रिकार्ड जिला स्तर के साथ-साथ राज्य स्तर पर भी उपलब्ध हो सके और कोरोना संक्रमण से सम्बन्धित जानकारी और बचाव सबंधी सुविधाएं मिल सकें।
आपके मोबाइल में ऐसे काम करेगा एप
गृहमंत्री ने बताया कि अम्बाला हॉस्पिटल बैड मैनेजमैंट के तहत कोई भी व्यक्ति जिले में कोविड से सम्बन्धित, कितने बैडों की व्यवस्था के साथ-साथ वहां पर अन्य चिकित्सा सुविधाओं की क्या-क्या व्यवस्था है इसके लिए वह मोबाईल पर इस एप को डाउनलोड करके तमाम जानकारी ले सकता है। उसे सम्पूर्ण जानकारी मिलेगी, बशर्ते उसे अपने से सम्बन्धित तमाम जानकारी एप में दर्शानी होगी। एप में दर्शाने के बाद सभी जानकारी आ जायेगी और सम्बन्धित व्यक्ति को बैड बुक करवाने पर एक एसएमएस भी आयेगा। उन्होंने यह भी बताया कि इसके लिए तीन घंटे की समय अवधि होगी यदि सम्बन्धित व्यक्ति नियमानुसार व समय अवधि को ध्यान में रखते हुए इस कार्य को करेगा तो उसे बैड की व्यवस्था के साथ-साथ अन्य चिकित्सा सुविधा मिल सकेगी अन्यथा यह सुविधा रदद हो जायेगी।
विज ने जिला प्रशासन की थपथपाई पीठ
गृहमंत्री विज ने स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ जिला प्रशासन की भी पीठ थपथपाई और कहा कि उन्होंने आईटी के माध्यम से जो यह ऐप विकसित की है वह कोरोना से सम्बन्धित लोगों के लिए बेहद कारगर सिद्ध होगी। इस ऐप के माध्यम से स्वास्थ्य विभाग द्वारा गठित टीमें होम आईसोलेशन संबधी मरीज की मोनिटरिंग रखेगी और क्यूआर कोड के माध्यम से स्वास्थ्य विभाग की टीम सम्बन्धित मरीज का पूरा डाटा उन द्वारा बताए जाने वाली जानकारी के अनुसार भरेगी। उसमें भी स्वास्थ्य विभाग की आवश्यक हिदायतें हैं यदि मरीज को चिकित्सा की बेहद आवश्यकता है तो उसे डाक्टर के परामर्श के बाद अस्पताल में शिफ्ट करने का काम भी किया जायेगा।
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