हिसार (सच कहूँ ब्यूरो)। हरियाणा के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने रबी फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में 50 रूपए से लेकर 300 रूपए प्रति क्विंटल तक बढ़ोतरी किए जाने पर केंद्र सरकार का आभार व्यक्त करते हुए मंगलवार को कहा कि इससे विपक्ष के उस दावे की हवा निकल गई है कि कृषि विधेयकों से एमएसपी को खतरा है। दुष्यंत (जिनके पास प्रदेश का खाद्य, आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामलों का विभाग भी है) ने जारी बयान में कहा कि भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) व अन्य नामित राज्य एजेंसियां किसानों की फसलों की एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) पर पहले की तरह खरीद करेंगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी आश्वस्त किया है कि किसानों का फसलों की जहां एमएसपी पर खरीद जारी रहेगी, वहीं मंडियों की व्यवस्था भी पूर्व की भांति बरकरार रहेगी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने रबी फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी करके दिखा दिया है कि यह व्यवस्था आगे भी जारी रहेगी, इसलिए किसानों को कतई घबराने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा कि एक अक्तूबर से शुरू होने वाली खरीफ फसलों की खरीद भी न्यूनतम समर्थन मूल्य पर होगी और प्रदेश के किसानों का एक-एक दाना खरीदा जाएगा।
25 सितंबर से खरीद पर केन्द्र से नहीं आया जवाब
खरीफ सीजन की खरीद के बारे में उपमुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने धान की खरीद को 25 सितंबर से शुरू करने के लिए केंद्र सरकार से अनुमति मांगी थी, जिस पर अभी तक केंद्र की तरफ से कोई जवाब नहीं आया है। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार खरीफ सीजन की खरीद के लिए एक अक्टूबर से पूरी तरह से तैयार है और धान, बाजरा, मक्का और कपास की खरीद होगी।
फसल भुगतान के लिए किसान के पास दो विकल्प
उन्होंने यह भी बताया कि हरियाणा सरकार के किसानों की फसल भुगतान के संदर्भ में लिये गये एक निर्णय के अनुसार किसानों के पास विकल्प होगा कि वे भुगतान सरकार से सीधा अपने खाते में लेना चाहेगा या फिर आढ़ती के जरिये। उन्होंने कहा कि इसके लिए किसान मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर जाकर अपना विकल्प चुन सकता है।
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