जिले में 65 फीसदी रहा है रिकवरी रेट
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सीएमओ सुरेन्द्र नैन की सतर्कता ने निभाई अहम भूमिका
सरसा। बेशक कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है। अब तक 3061 केस आ चुके हैं। लेकिन राहत भरी बात यह है कि जिले में संक्रमित पाए जाने वाले मरीज ठीक भी तेजी से हो रहे हैं। रिकवरी रेट प्रदेश के अन्य जिलों से बेहतर है, जिले में रिकवरी रेट 65 प्रतिशत है। इसका श्रेय सिविल सर्जन डा. सुरेंद्र नैन के कुशल नेतृत्व को जाता है। उनके मार्गदर्शन में स्वास्थ्य विभाग एक टीम के रूप में काम कर रहा है। जिले में कोरोना संक्रमितों के संपर्क में आने वालों को भी तेजी से ट्रेस किया गया है, जिसके परिणामस्वरूप संक्रमण रोकने में सफलता मिली।
विभाग द्वारा सैंपलिंग की रफ्तार भी बढ़ाई है
आंकड़ों के मुताबिक 99 फीसद संक्रमितों के संपर्क में आने वालों को ट्रेस किया गया है। सिविल सर्जन के नेतृत्व में सरसा में स्वास्थ्य सेवाओं में भी बढ़ोत्तरी हुई है। नागरिक अस्पताल में ट्रयू नॉट व आरटीपीसीआर लैब भी शुरू हो चुकी है। विभाग द्वारा सैंपलिंग की रफ्तार भी बढ़ाई है। अब तक 60 हजार से अधिक लोगों के सैंपल लिये जा चुके हैं। बता दें कि डॉ. सुरेन्द्र नैन ने फरवरी में सरसा सीएमओ के पद पर ज्वाइन किया और जिला में मार्च महीने में कोरोना वायरस संक्रमित पहला मरीज सामने आया।
डॉ. सुरेन्द्र नैन ने शुरूआत से अपनी दक्षता का परिचय देते हुए लोगों को कोरोना वायरस के प्रति जागरुक किया। जिसकी बदौलत जिलावासी कोरोना संबंधी टेस्ट करवाने के लिए आगे आए। सीएमओ द्वारा कोरोना संबंधी लोगों को किए गए जागरुकता का ही नतीजा है कि जिले में कही भी अन्य जिलों की तरह स्वास्थ्य विभाग की टीम को विरोध का सामना नहीं करना पड़ा। जैसे-जैसे विभाग ने टेस्टिंग बढ़ाई, वैसे ही जिला में कोरोना के मरीज भी बढ़े। खास बात यह रही कि जिला में अधिकत्तर कोरोना मरीजों का इलाज सरसा में किया गया।
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