नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने कोरोना संक्रमण से उबरे व्यक्तियों में बाद में आयी स्वास्थ्य समस्याओं को देखते हुए रविवार को उनके लिए नया प्रोटोकॉल जारी करते हुए उन्हें कोविड-19 अनुकूल व्यवहार का पालन करने, चिकित्सक के संपर्क में रहने, योग करने और चिकित्सक के परामर्श से रोज सुबह च्यवनप्राश खाने की सलाह दी है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने आज जारी प्रोटोकॉल में कई नसीहतें दी हैं लेकिन साथ ही यह स्पष्ट किया है कि कोई भी व्यक्ति इसे कोरोना संक्रमण से बचाव या कोरोना संक्रमण के उपचार के तरीके से रूप में न लें। यह प्रोटोकॉल विशेषकर कोरोना संक्रमण मुक्त व्यक्तियों के लिए तैयार किया गया है।
मंत्रालय ने कहा कि कोरोना संक्रमण से मुक्त होने वाले व्यक्तियों को थकान, बदन दर्द, खांसी, गले की खराश और सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्याएं हो सकती हैं। अभी तक कोरोना संक्रमण मुक्त व्यक्तियों को बाद में आने वाली शारीरिक तकलीफों की सीमित जानकारी उपलब्ध है और इस दिशा में अभी शोध किया जा रहा है। कोरोना संक्रमण को मात देने वाले व्यक्तियों के लिए बाद में उनकी देखभाल और बेहतरी के लिए कुछ नियमों का पालन जरूरी है, जिसे देखकर यह प्रोटोकॉल तैयार किया गया है। मंत्रालय ने इसके लिए व्यक्तिगत स्तर, सामुदायिक स्तर और हेल्थकेयर फैसिलिटी के आधार पर तीन भागों में विभक्त करके सलाह जारी की है। मंत्रालय ने साथ ही चिकित्सकों के परामर्श के बाद कुछ आयुर्वेदिक दवाएं लेने तथा योग को अपनाने की सलाह दी है।
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