दूसरे फेज में वालिटयर्स की गई स्कैनिंग
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पहला चरण पूरी तरह से रहा कामयाब
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डाक्टरों की विशेष टीम कर रही निगरानी
रोहतक (सच कहूँ/नवीन मलिक)। अब कंट्रोल बीपी व शुगर के मरीजों पर भी पीजीआई में कोरोना वैक्सीन का ट्रायल किया जाएगा। इसके लिए डाक्टरों की टीम ने प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके अलावा सोमवार से शुरू हुए दूसरे फेज में करीब 20 वालिटयर्स की स्कैनिंग की गई और उन्हें वैक्सीन देने की तैयारी की गई है। पहला चरण पूरी तरह से कामयाब रहा है। सबसे बड़ी बात तो यह है कि ट्रायल में शामिल लोगों में चार गुणा तक एंटीबॉडी तक बनी है। कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए देश भर में 12 चिकित्सक संस्थानों में वैक्सीन का ट्रायल चल रहा है।
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ट्रायल में शामिल लोगों में मिला चार गुणा एंटीबॉडी
रोहतक पीजीआई भी इस वैक्सीन के ट्रायल में शामिल है। पीजीआई में पहले चरण में 81 वॉलंटियर्स को वैक्सीन दी गई थी, जिनकी रिपोर्ट आई तो परिणाम चौंकाने वाले आए। कई वालंटियर्स में तो चार गुणा तक एंटीबॉडी मिला है। पूरी तरह से स्वस्थ वॉलंटियर्स को वैक्सीन दी गई थी और अब शुगर, बीपी व अस्थमा के मरीजों पर भी वैक्सीन के ट्रायल की प्रक्रिया शुरू करने की योजना बनाई गई है। शुरूआती दौर में पूरी तरह से कंट्रोल, बीपी व शुगर के मरीजों पर यह ट्रायल होगा और इसके लिए डाक्टरों की अलग से टीम काम कर रही है।
सोमवार को पीजीआई में दूसरा चरण की शुरूआत की गई, जिसमें स्कैनिग करने के बाद वैक्सीन देने की तैयारी की जा रही है। वैक्सीन ट्रायल की टीम में शामिल डॉ. रमेश वर्मा का कहना है कि पहला चरण पूरी तरह से कामयाब रहा है और अब उन्हें उम्मीद है कि दूसरा चरण भी सफल रहेगा। उन्होंने बताया कि जिन वॉलिटियर्स को वैक्सीन दी गई थी, उनमें काफी एंटीबॉडी का निर्माण हुआ है, जोकि एक बेहतर परिणाम है। इसके अलावा पीजीआई में काले पीलिये की दवाई पर भी कोरोना संक्रमण को लेकर रिसर्च चल रहा है और काफी मरीजों को भी दवाई दी गई है, हालांकि अभी रिपोर्ट आना बाकी है। पीजीआई में कोरोना वैक्सीन ट्रायल को लेकर डेढ़ सौ से अधिक लोगों ने पंजीकरण करवा रखा है।
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