प्राचार्य सहित 7 अध्यापक-अध्यापिकाए हुए कोरोना पॉजिटिव
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संक्रमण से बचने के लिए अध्यापकों ने सरकार से सुविधाओं की मांगी सहायता
सच कहूँ/इन्द्रवेश भिवानी। भिवानी में कोरोना का कहर दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। सरकार ने सोशल डिस्टनसिंग के आदेश दे रखे हैं तथा साथ ही मास्क पहनना भी जरूरी कर रखा है। वही दूसरी तरफ सरकारी स्कूलों के स्टाफ के सदस्यों पर भी कोरोना के प्रकोप बढ़ता जा रहा है। क्योंकि इन दिनों स्कूलों में बच्चो के परिवार के लोग अपना-अपना परिवार पहचान पत्र बनवाने के लिए आ रहे हैं। सरकार के आदेश के अनुसार वहां भीड़ तो नहीं लगाई जा रही, लेकिन कोरोना का खतरा फिर भी बढ़ता जा रहा है। क्योंकि उसमे दोनों अध्यापक व अभिभावकों को एक दूसरे के नजदीक बैठना पड़ता है। जिसकी वजह से संक्रमण का खतरा बढ़ता जा रहा है। भिवानी के राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में परिवार पहचान पत्र बना रहे अध्यापक-अध्यापिकाओं सहित सात कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं।
राजकीय स्कूलों में लिए जा रहे सैंपल
भिवानी के राजकीय स्कूलों में कोरोना के सैंपल लिए जा रहे हैं । अब अध्यापक भी कोरोना पॉजिटिव बड़ी संख्या में आ रहे है। हालांकि स्कूल प्रबंधन अपने तरीके से पूरे एतिहात बरत रहा है। उन्होंने सरकार व स्वास्थ्य विभाग से मांग भी की है कि विद्यालय को सैनेटाईज करवाया जाए तथा अन्य सुविधाएं भी दी जाए। अध्यापक स्वयं अगर कोरोना से ग्रसित होंगे तो वो पहचान पत्र बनवाने आये अभिभावक को भी बीमार कर सकते है। भिवानी के राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में परिवार पहचान पत्र बना रहे अध्यापक-अध्यापिकाओं सहित सात कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं, ऐसे में जान जोखिम में डाल कर पहचान पत्र बनवाएं जा रहे हैं।
सरकार के उच्च अधिकरियों को लिखा है पत्र
परिवार पहचान पत्र बना रहे अध्यापकों ने बताया कि उनकी बकायदा ड्यूटी लगाई गई है कि वे परिवार पहचान पत्र बनाये। ऐसे में सरकारी ड्यूटी बजाने कर लिए वे पत्र बना रहे है। भिवानी के राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में प्रंसिपल सहित सात स्टाफ सदस्यों को कोरोना पॉजिटिव आये है। ऐसे में वे भी अब डर रहे है। साथ ही सरकार के उच्च अधिकरियों को पत्र भी लिखा है कि कोरोना संक्रमण से बचने के लिए स्वास्थ्य विभाग और सरकार उन्हें सुविधाएं प्रदान करवाएं।
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