नई दिल्ली। पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ चल रही तनातनी और जम्मू कश्मीर में आतंकवादी गुटों को पाकिस्तान की निरंतर शह के बीच भारत ने रूस में अगले महीने होने वाले बहुराष्ट्रीय सैन्य अभ्यास कवकाज 2020 में हिस्सा नहीं लेने का निर्णय लिया है। रूस में 15 से 27 सितम्बर तक होने वाले इस अभ्यास में चीन और पाकिस्तान सहित 15 से भी अधिक देशों की सेना हिस्सा ले रही हैं। रक्षा सूत्रों ने आज कहा कि भारत का इस अभ्यास से अलग हटने का मुख्य कारण इसमें चीन और पाकिस्तान के सैनिकों की भागीदारी है। वैसे यह कहा जा रहा है कि भारत ने कोरोना महामारी के कारण इस अभ्यास में नहीं जाने का निर्णय लिया है। रूस ने हर चार वर्ष में होने वाले इस अभ्यास में शामिल होने के लिए भारत को भी निमंत्रण दिया था। इससे पहले यह अभ्यास वर्ष 2012 और 2016 में हुआ था। इस अभ्यास का उद्देश्य उत्तरी और काकेशस क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद से निपटने के लिए आपस में अनुभव साझा करना और प्रशिक्षण लेना है। भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में पिछले तीन महीने से भी अधिक समय से वास्तविक नियंत्रण रेखा पर गतिरोध बना हुआ है।
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