पूज्य गुरू जी का आया 9वां शाही पत्र

9th Letter of Saint Dr. MSG

आदरणीय,
माता जी, प्यारे बच्चो व ट्रस्ट प्रबंधक सेवादारो ‘धन-धन सतगुरु तेरा ही आसरा’
माता जी व हमारे करोड़ों प्यारे बच्चों। हमने 21 दिन की ‘फरलो’ ‘गुरुग्राम’ आश्रम में जरूर व्यतीत की पर हमारा ध्यान हमारे करोड़ों प्यारे बच्चों में हरदम रहा। आप सबके दर्शन करने की भी हमारी बड़ी इच्छा थी पर ‘रज़ा में राजी सो मर्द गाजी।’ हम परम पिता परमात्मा सतगुरु शाह सतनाम जी को अरबों सिजदे करते हैं जिन्होंने हमें 6 करोड़ ऐसे प्यारे-प्यारे शिष्य दिए जिन्होंने भी गुरु की ‘रज़ा’ को 100% माना व अपने-अपने घरों में रह कर ‘तड़प’ से सुमिरन किया। सतगुरु, दाता आप सबकी तड़प जरूर व जल्दी पूरी करें। हमारे ‘गुरुग्राम’ से आने के बाद आपने ‘गुरूग्राम’ में ‘सफाई महा अभियान’ चला कर श्रद्धा की बेमिसाल ‘मिसाल’ कायम करी, आपका सतगुरु से प्यार व यकीन चौगुना बढ़े व आप सबकी झोलियां, सतगुरु जी, खुशी व बरकतों से लबालब भर दें। रूस व यूक्रेन में जो ‘युद्ध’ चल रहा है, प्रभु जी उसे खत्म करवाके, वहां शांति कायम करवाएं, यहीं प्रभु सतगुरु जी से हमारी प्रार्थना है।

हमारे करोड़ों प्यारे बच्चो, आप सब भी ‘युद्ध’ रुकवाने व शान्ति के लिए सतगुरु से प्रार्थना करना। हमारे सारे सेवादार व एडम ब्लॉक सेवादार, जसमीत, चरणप्रीत, हनीप्रीत, अमरप्रीत सब एक हैं व हमारी बातों पर (वचनों पर) चलते हैं। जसमीत, चरणप्रीत, हनीप्रीत व अमरप्रीत चारों हमें रोहतक इकट्ठे छोड़ने आए व वापिस भी चारों इकट्ठे गए। हमारे से जसमीत, चरणप्रीत व अमरप्रीत ने आज्ञा ली कि ‘उच्च शिक्षा’ प्राप्ति के लिए वो अपने बच्चों के साथ उन्हें पढ़ाने जाएंगे। प्यारी साध-संगत जी किसी के भी बहकावे में मत आना। एक बात और हम कहना चाहते हैं कि हमने कभी भी किसी भी धर्म की निंदा, बेअदबी या बुराई करनी तो दूर ऐसी कभी कल्पना भी नहीं की बल्कि हम तो खुद सर्वधर्म का ‘सत्कार’ करते हैं व सबको ‘सत्कार’ करने की शिक्षा देते हैं। अप्रैल में ‘स्थापना दिवस’ का भंडारा मनाया जाता है। हमें वकीलों ने बताया कि साध-संगत अप्रैल महीने में रोहतक में भी ‘सफाई महा अभियान’ करना चाहती है। तो ठीक है तो चेयरपर्सन डॉ. नैन व जिम्मेदार परमिशन लेकर यह सेवा कर लें। हमारे दिल के टुकड़ों व अँखियों के तारे सारे प्यारे बच्चों, आप हमेशा बढ़ चढ़के आश्रम में आते रहें। हम आपके गुरू थे, हैं व हमेशा गुरु रूप में वचन देते हैं कि जितनी बार आप आएंगे, हर बार आगे से चौगुणी खुशियाँ व बरकतें हम परम पिता सतगुरु जी से दिलवाएंगे। आशीर्वाद।
-दासन दास
-गुरमीत राम रहीम सिंह इन्सां
26 मार्च 2022
एमएसजी

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