फिजिकल वेरिफिकेशन का सर्वे कार्य आज होगा पूर्ण, फिर मिलेगी स्कूलों को स्टार रेटिंग
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शुद्ध पानी, शौचालय, हैंडवाशिंग विद शॉप, संचालन एवं रखरखाव, व्यवहार परिवर्तन व क्षमता और कोविड-19 बचाव के बिंदुओं पर होगा स्कूलों चयन
सच कहूँ/सुनील वर्मा, सरसा। स्कूली बच्चों के स्वास्थ्य का निर्धारण और उन्हें बीमारी से सुरक्षित करने के लिए भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार योजना चलाई जा रही है। इस योजना के तहत जिले के 962 सरकारी व प्राइवेट स्कूलों ने पंजीकरण कराया है। अब जिले के 110 एबीआरसी व बीआरपी पंजीकरण करने वाले स्कूलों की फिजिकल वेरिफिकेशन करने में जुटे हुए है। इस सर्वे कार्य में यह निरीक्षण किया जा रहा है कि स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार (Swachh Vidyalaya Puraar Yojana) के लिए आवेदन करने वाले स्कूलों ने पोर्टल पर जो जानकारी उपलब्ध कराई है, वो सही है या नहीं। इसके पश्चात स्कूलों को अंकों के आधार पर स्टार दिए जाएंगे।
क्या रहेगा मानदंड
किसी स्कूल का स्कोर मानदंडों में 90 से 100 प्रतिशत है तो उसे 5 स्टार दिए जाएंगे। इसी प्रकार 75 से 89 प्रतिशत स्कोर पर 2 स्टार, 51 से 74 प्रतिशत पर तीन स्टार, 35 से 50 प्रतिशत पर दो स्टार व 35 प्रतिशत से नीचे एक स्टार मिलेगा। स्टार रेटिंग के अनुसार स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार मिलेगा। स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार के तहत जिले के एबीआरसी व बीआरपी 10 मई तक फिजिकल वैरीफिकेशन का कार्य पूर्ण करेंगे और इसके पश्चात परिणाम जारी किया जाएगा।
छह कैटेगिरी के निर्धारित है 110 अंक
स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार के लिए छह कैटेगिरी में कुल 110 अंक निर्धारित किए गए है। अंक कैटेगिरी में विद्यालय को पेयजल के 22, शौचालय के 27, हाथ धोने के साबुन के साथ 14, संचालन एवं रखरखाव के लिए 21, व्यवहार परिवर्तन व क्षमता के 11 और कोविड-19 बचाव के उपायों के लिए 15 अंक निर्धारित किए गए है। सर्वे टीम स्कूलों का निरीक्षण कर अपने अंक देगी और इन्हीं अंकों के आधार पर स्टार रेटिंग होगी।
38 स्कूलों का होगा चयन
स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार में सरकारी व प्राइवेट स्कूलों को जिला स्तर पर कुल 38 पुरस्कार दिए जाएंगे। इसमें ओवरऑल स्कोर में 8 पुरस्कार व सब कैटेगिरी में 30 पुरस्कार दिए जाएंगे। ओवरऑल कैटेगिरी में ग्रामीण क्षेत्र से स्कूलों को 6 पुरस्कार मिलेंगे। इसमें तीन पुरस्कार प्राइमरी व तीन पुरस्कार सेकेंडरी व सीनियर सेकेंडरी स्कूलों को दिए जाएंगे। शहर के स्कूलों को ओवरऑल कैटेगिरी में दो पुरस्कार मिलेंगे। एक पुरस्कार प्राइमरी स्कूल व एक पुरस्कार सेकेंडरी व सीनियर सेकेंडरी स्कूल को मिलेगा।
सब कैटेगिरी में ग्रामीण स्कूलों के 18 पुरस्कार होंगे। इसमें प्राइमरी को 12 व सेकेंडरी तथा सीनियर सेकेंडरी को छह पुरस्कार मिलेंगे। शहरी क्षेत्र में सब कैटेगिरी में 12 पुरस्कार मिलेंगे। इसमें छह पुरस्कार प्राइमरी स्कूल व छह पुरस्कार सेकेंडरी और सीनियर सेकेंडरी स्कूलों को मिलेंगे। बता दें कि प्राइमरी में पहली से आठवीं व सेकेंडरी व सीनियर सेकेंडरी में 9वीं से 12वीं के स्कूल शामिल किए गए है।
किस खंड से कितने स्कूलों ने कराया पंजीकरण
खंड स्कूल संख्या
बड़ागुढां 131
ना. चोपटा 158
ओढां 116
सरसा 126
रानियां 153
डबवाली 146
ऐलनाबाद 132
कुल 962
‘‘स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार के लिए जिन स्कूलों ने आवेदन किया था, अब जिले के एबीआरसी व बीआरपी की टीमें स्कूलों में जाकर उनकी फिजिकल वेरिफिकेशन कर रही है। सर्वे कार्य 10 मई तक पूरा होगा। इसके पश्चात स्कूलों को स्टार दिए जाएंगे।
विनोद कुमार, सहायक जिला परियोजना समन्वयक, समग्र शिक्षा अभियान सरसा।
‘‘स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार (Swachh Vidyalaya Puraar Yojana) भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा स्कूलों में स्वच्छता और स्वच्छता अभ्यास में उत्कृष्टता को पहचानने, प्रेरित करने और मनाने के लिए स्थापित किया गया है। यह सरकार की एक अच्छी पहल है। जिले के 962 स्कूलों ने योजना के तहत पोर्टल पर पंजीकरण कराया है। जल्द सर्वे कार्य पूर्ण होने के पश्चात परिणाम जारी होगा।
बूटाराम, जिला परियोजना समन्वयक, समग्र शिक्षा अभियान सरसा।
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