श्रीगंगानगर (सच कहूँ न्यूज)। राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले में नौ वर्ष की एक मासूम बालिका का अपहरण कर दुष्कर्म करने और जघन्य हत्या कर दिए जाने की घटना को लेकर उपजा गतिरोध आजी चौथे दिन भी नहीं टूटा। शनिवार शाम ग्रामीणों और जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ चार मांगों पर वार्ता हुई लेकिन विफल रही। बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने आज सुबह लालगढ़ जाटान में भगतसिंह तिराहे पर धरना लगा दिया, जिससे श्रीगंगानगर-हनुमानगढ़ स्टेट हाईवे और लालगढ़ जाटान- सादुलशहर लिंक रोड पर यातायात अवरुद्ध हो गया।
देर शाम तक सैकड़ों की तादाद में ग्रामीण भगतसिंह चौक और लालगढ़ जाटान थाना के सामने डटे हुए हैं। थाने के सामने डीप फ्रीज में मृत बालिका कंचन का शव रखा हुआ है। पुलिस ने कंचन का अपहरण कर दुष्कर्म के बाद नृशंस हत्या करने के आरोपी जयलाल कुम्हार (42) को कुछ ही घंटों में गिरफ्तार कर लिया,जो कि तीन दिन के पुलिस रिमांड पर है, लेकिन ग्रामीणों का आरोप है कि थाना प्रभारी सब इंस्पेक्टर तेजवंतसिंह की कार्यशैली सही नहीं है।
क्या है मामला
इसी कारण जब से वह इस थाने में पदस्थापित हुए हैं, अनेक संगीन घटनाएं हुई हैं, जो पुलिस की निष्क्रियता के कारण खुली नहीं। थाना प्रभारी सहित स्टाफ के अनेक कर्मियों का व्यवहार भी सही नहीं है। थाने में जाने वालों के साथ दुर्व्यवहार किया जाता है। मांग की जा रही है कि थाना प्रभारी को निलंबित किया जाए और समूचे स्टाफ को बदला जाए। पीड़ित बालिका के परिवारजनों को 50 लाख की आर्थिक सहायता और परिवार के किसी सदस्य को सरकारी नौकरी भी दी जाए।
जिला प्रशासन की ओर से आज तीसरे दिन इस मामले में हस्तक्षेप किया गया।
अतिरिक्त जिला कलेक्टर (प्रशासन) डॉ. हरीतिमा और कतिपय पुलिस अधिकारियों की ग्रामीण प्रतिनिधियों से बातचीत हुई। ग्रामीणों का प्रतिनिधित्व माकपा के पूर्व विधायक हेतराम बेनीवाल एवं कुछ अन्य व्यक्तियों ने किया। जानकारी के मुताबिक इसमें प्रशासन की ओर से स्पष्ट किया गया कि थाना प्रभारी को तुरंत प्रभाव से बदला जा सकता है। थाना प्रभारी के अलावा थाने में जिन पुलिसकर्मियों से लोगों को आपत्ति है, उनको भी हटाया जा सकता है। मगर सभी स्टाफ कर्मियों को बदलना मुश्किल है।
प्रशासन ने की ग्रामीणों से बातचीत
प्रशासन की ओर से आश्वस्त किया गया कि पीड़ित परिवार को लगभग 10 लाख रुपए की सहायता राशि मिल सकती है। इससे ज्यादा नहीं। परिवार के सदस्य को नौकरी देना उनके हाथ में नहीं है। यह मांग राज्य सरकार तक पहुंचा दी जाएगी। शाम करीब 4 बजे हुई इस वार्ता में लग रहा था कि कहीं ना कहीं सहमति बन जाएगी। पूर्व विधायक और अन्य प्रतिनिधि प्रशासन की ओर से दिए गए।प्रस्ताव पर आपस में विचार विमर्श करने का कहकर वार्ता कक्ष से बाहर आ गए। इसी बीच थाना प्रभारी तेजवंत सिंह के समर्थन में पंचायत समिति के पूर्व उप प्रधान सुरेंद्र जालंधर की अगुवाई में 20-25 लोग एडीएम प्रशासन से मिले। इन लोगों ने कहा कि तेजवंतसिंह ईमानदार और निष्पक्ष अधिकारी हैं। उनकी कार्यशैली से वे संतुष्ट हैं। उनको नहीं हटाना चाहिए। थाना प्रभारी के पक्ष में कुछ लोगों के आ जाने से दोनों पक्षों में खींचतान बढ़ गई। बताया जा रहा है कि इनमें से कुछ लोगों की आपस में बहसबाजी भी हो गई,जिससे जो सहमति बन रही थी,वह खटाई में पड़ गई। लिहाजा कंचन के शव का पोस्टमार्टम होने के तीन दिन बाद भी आज अंतिम संस्कार नहीं हो सका।
लालगढ़ जाटान निवासी कंचन के परिवारजन जब सहमत नहीं हुए तो हनुमानगढ़ जिले के पीलीबंगा इलाके से इस परिवार के रिश्तेदारों को बुलवा लिया गया, जिनके माध्यम से पीड़ित परिवार को समझाने के प्रयास किए जा रहे हैं। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से पीड़ित परिवार को 2 लाख 50 हजार रुपए की सहायता राशि का चेक दिए जाने के प्रयास किए जा रहे हैं। प्राधिकरण के एक न्यायिक अधिकारी कल शाम को यह चेक लेकर लालगढ़ जाटान पहुंचे। बालिका के परिवार का कोई सदस्य चेक लेने के लिए नहीं आया तो चेक लालगढ़ जाटान नगरपालिका के उपाध्यक्ष महेंद्र सिंह शेखावत व अन्य प्रबुद्ध लोगों को दे दिया गया, लेकिन चेक पीड़ित परिवार ने लेने से मना कर दिया। बताया जा रहा है कि यह चेक वापस प्राधिकरण को दे दिया गया है। इधर लालगढ़ जाटान के तमाम बाजार आज तीसरे दिन भी बंद रहे। आज धरना स्थल पर भाजपा के जिलाध्यक्ष आत्माराम तरड़ और जिला परिषद के पूर्व सदस्य एवं पंचायत समिति डायरेक्टर डॉ बृजमोहन शर्मा सहित अनेक नेता भी पहुंचे।
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