सम्पत्ति पंजीकरण से हरियाणा को दो माह में 861.09 करोड़ का राजस्व: कौशल

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सांकेतिक फोटो

चंडीगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। हरियाणा सरकार को गत एक मार्च से 30 अप्रैल तक दो माह के दौरान को सम्पत्तियों के पंजीकरण से लगभग 861.09 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है जिसमें 803.12 करोड़ की स्टाम्प ड्यूटी और 57.97 करोड़ रुपये पंजीकरण शुल्क शामिल है। राज्य के वित्तायुक्त और राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव संजीव कौशल ने बुधवार को यह जाानकारी देते हुये बताया कि यह राजस्व कोरोनाकाल के दौरान प्राप्त हुआ है। इस अवधि में भी राज्य के सभी जिलों के उपायुक्त और तहसीलदारों ने कोविड डयूटी में लगातार कार्य करते हुये यह राजस्व एकत्रित किया जो अर्थव्यवस्था के लिहाज से काफी सराहनीय है।

सोनीपत 33.63 और 2.88 करोड़ रुपये का राजस्व हुआ

उन्होंने जिलावार राजस्व संग्रहण का ब्यौरा देते हुए बताया कि अम्बाला में स्टाम्प ड्यूटी और पंजीकरण शुल्क से क्रमश: 20.66 और 1.83 करोड़ रुपये, भिवानी 4.99 और 0.63 करोड़ रुपये, चरखी दादरी 4.35 और 0.57 करोड़ रुपये, फरीदाबाद 74.58 और 5.24 करोड़ रुपये, फतेहाबाद 11.08 और 1.22 करोड़ रुपये, गुरुग्राम 349.48 और 17.31 करोड़ रुपये, हिसार 30 और 3.07 करोड़ रुपये, झज्जर 21.19 और 1.91 करोड़ रुपये, जींद 14.51 और 1.6 करोड़ रुपये, कैथल 19.36 और 2.17 करोड़ रुपये, करनाल 48.01 और 3.95 करोड़ रुपये, कुरुक्षेत्र 19.68 और 1.9 करोड़ रुपये, महेंद्रगढ़ 5.36 और 0.65 करोड़ रुपये, नूंह 6.62 और 0.69 करोड़ रुपये, पलवल 15.51 और 1.34 करोड़ रुपये, पंचकूला 30.06 और 2.01 करोड़ रुपये, पानीपत 28.49 और 2.34 करोड़ रुपये, रेवाड़ी 13.67 और 1.47 करोड़ रुपये, रोहतक 18.94 और 1.62 करोड़ रुपये, सिरसा 16.86 और 1.96 करोड़ रुपये, सोनीपत 33.63 और 2.88 करोड़ रुपये, यमुनानगर 15.86 और 1.61 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ।

 

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