- लिंगानुपात सुधारने में स्टीक रास्ते पर सीआईडी
- एक साल में आठ से अधिक ठिकानों की दी जानकारी
Sirsa, Sunil Verma: स्वास्थ्य विभाग और गुप्तचर विभाग की कड़ी मेहनत का ही नतीजा है कि सरसा जिला प्रदेश सरकार के बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान में पिछले 11 महीनों से प्रदेश का सिरमौर बना हुआ है। दोनों विभागों की संयुक्त टीम ने पिछले एक साल में 17 जगहों पर छापेमारी कर कोख के 85 कातिलों को दबोचा है। इससे नतीजा यह निकला है कि सरसा जिला का लिंगानुपात सुधरकर अब 926 हो गया है,जोकि पूरे प्रदेश में अव्वल है। बेटियों को बचाने में प्रशासन व समाजसेवी संस्थाओं की ओर से चलाए जा रहे अभियान सार्थक साबित हो रहे हैं,जिससे बेटियों के प्रति लोगों की सोच बदलने लगी है।
सूचना देने वालों को मिलता है एक लाख का इनाम
कन्या भ्रूण हत्या करने व करवाने वाले की सूचना देने वाले को सरकार एक लाख रुपये का इनाम देती है।। सूचना देने वाले का नाम भी गोपनीय रखा जाता है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के मोबाइल नंबर 94672-70070, 100, 1091 पर कोई भी किसी समय ऐसी सूचना दे सकता है। प्रशासनिक अधिकारी तुरंत प्रभाव से मामले में संज्ञान लेंगे।
वर्ष दर वर्ष ऐसे बढ़ी बेटियां
वर्ष बेटियां
2012 839
2013 889
2014 900
2015 915
2016 926 नवंबर तक आॅवरआल
(नोट- यह हर साल 1 हजार लड़कों पर बेटियों की संख्या है।)
वर्ष 2016 में हर महीनें की स्थिति
माह बेटियों की संख्या
जनवरी 965
फरवरी 935
मार्च 1007
अप्रैल 942
मई 851
जून 965
जुलाई 886
अगस्त 862
सितंबर 975
अक्टूबर 941
नवंबर 876
अब सरसा के अलावा पंजाब व राजस्थान पर निशाना, 17 मामलों में छापेमारी
स्वास्थ्य विभाग सरसा की टीमें भ्रूण लिंग जांच (पीएनडीटी) व एमटीपी मामले में 17 जगहों पर छापेमारी कर चुकी हैं। इनमें 10 मामले पीएनडीटी और 7 एमटीपी के तहत आते हैं। पीएनडीटी के मामलों में सरसा स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पंजाब में 4, राजस्थान में 3, हिसार व फतेहाबाद से 2 व एक डबवाली क्षेत्र में छापेमारी कर कोख के कातिलों को काबू किया है। इन मामलों में विभिन्न धाराओं के तहत पुलिस में 85 लोगों के खिलाफ केस दर्ज है।
नहीं मिला अभी तक उचित सम्मान
कन्या भ्रूण हत्या को रोकने के लिए जिस प्रकार से सीआईडी की टीम प्रयास कर रही है। उसको सराहना तो सभी दे रहे हैं। मगर अभी वैसा सम्मान टीम के सदस्यों को नहीं मिल पाया जैसा मिलना चाहिए था। सीआईडी के करीब दस सदस्य ऐसे हैं जिन्होंने कन्या भ्रूण हत्या रोकने में अहम भूमिका निभाई है। हालांकि सीएम से सीआईडी के जिला इंचार्ज अजय शर्मा को सम्मानित करवाया गया था। मगर प्रशासन ने अभी तक इनकी पीठ थपथपाना जरूरी नहीं समझा है।
वर्ष 2016 से सरसा जिला प्रदेश में लिंगानुपात मामले में प्रथम स्थान पर रहा है। प्रशासिक टीमें संयुक्त रूप से लोगों को बेटियों के प्रति जागरूक करने में लगी हुई हैं। साल में 17 जगहों पर छापेमारी कर कोख के कातिलों को दबोचा है। आगे भी हमारा प्रयास सरसा को पहले स्थान पर लाने का रहेगा।
डॉ. सूरजभान कंबोज, सिविल सर्जन, सरसा।