Sirsa Sex Ratio : सरसा (सच कहूँ न्यूज)। सिविल सर्जन कार्यालय के अंतर्गत ट्रेनिंग सेंटर में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान (Beti Bachao Beti Padhao Abhiyan) के तहत जिला सरसा में पीसी एवं पीएनडीटी एक्ट व एमटीपी एक्ट व लिंगानुपात की समीक्षा हेतु एक बैठक का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता मुख्यमंत्री एडवाइजर डॉ. उषा गुप्ता द्वारा की गई। मीटिंग का मुख्य उद्देश्य सरकार के द्वारा चलाई जाने वाली बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ स्कीम को 100 प्रतिशत सफल बनाना है।
बैठक में स्वास्थ्य विभाग से सिविल सर्जन डॉ. एम.के. भादू, पीएनडीटी के नोडल अधिकारी डॉ. भारत भूषण, उप सिविल सर्जन डॉ. राजेश चौधरी, डॉ. विपुल गुप्ता सहित सभी ब्लॉक स्तर के अधिकारी, महिला एवं बाल विकास अधिकारी डॉ दर्शना सिंह, सभी सीडीपीओ, जिला शिक्षा अधिकारी, प्राथमिक शिक्षा अधिकारी व जिले के सभी खंड शिक्षा अधिकारी उपस्थित थे। Sirsa News
इस वर्ष अभी तक 1000 लड़कों पीछे 956 लड़कियां
एडवाइजर मुख्यमंत्री हरियाणा ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के महत्व के बारे में विस्तार से सभी अधिकारियों को बताया व लिंगानुपात में सरसा में इस वर्ष अभी तक 1000 लड़कों पीछे 956 लड़कियां है। एडवाइजर डॉ. उषा गुप्ता द्वारा महिला एवं बाल विकास अधिकारी को आदेश दिए गए कि उनके अंतर्गत आने वाली सभी आंगनवाड़ी वर्कर को इस अभियान को सफल बनाने हेतु अधिक से अधिक जागरूक व सक्षम बनाने पर जोर दिया जाए।
शिक्षा विभाग के अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि आप लोग बच्चों के साथ सीधे संपर्क में रहते हैं इसलिए बच्चों की इस बारे में विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से शिक्षित करें और उन्हें जागरूक करें। बैठक में स्वास्थ्य विभाग द्वारा पीएनटी एवं एमटीपी एक्ट के अंतर्गत पिछले वर्षों में की गई गतिविधियों व पिछले 10 वर्षों का लिंगानुपात का अवलोकन किया व सिविल सर्जन को अल्ट्रासाउंड सेंटर पर रेड को बढ़ाने के निर्देश दिए गए। पीएनडीटी एमटीपी एक्ट के अंतर्गत पिछले 10 वर्षों में 59 रेड की गई और 56 एफआईआर भी दर्ज की गई। Sirsa News
ये हैं कम लिंगानुपात वाले गांव | Sirsa News
डॉ. उषा गुप्ता ने 29 गावों को चिन्हित किया। जिसमें कम लिंगानुपात वाले गांव पनिहारी, आसाखेड़ा,गदराना, गोरीवाला, कुत्ताबढ़, मंगाला, नटार, कंगनपुर, बरासरी, रूपवास, कुम्हारिया, मांगेआना, जलालआना, झोरडनाली, केलनिया, सरसा अर्बन से सिगलीगर मौहल्ला, ग्रेवाल बस्ती, मेला ग्राउंड इत्यादि कम लिंगानुपता की लिस्ट मे शामिल है।
सिविल सर्जन डॉ. महेंद्र भादू ने बताया कि अच्छे लिंगानुपात वाले गांव में लड़कियों को पिछले वर्ष सम्मानित भी किया गया था, जिन्हें 75000 व 45000 और 30000 की राशि दीं गई थी। वह हर वर्ष यह राशि लड़कियों को प्रदान की जाती है। Sirsa News
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