जल के संसाधनों का उचित प्रयोग व भूजल स्तर को ऊंचा उठाना योजना का उद्देश्य
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कार्यशाला का हुआ आयोजन, ग्राम जल एवं सीवरेज समितियों का गठन हुआ शुरू
भिवानी (सच कहूँ/इन्द्रवेश)। अटल भूजल योजना का उद्देश्य भूजल स्तर को ऊपर उठाने व पीने तथा सिंचाई के पानी का समुचित प्रबंधन करना है। योजना के तहत केन्द्र सरकार ने छह हजार करोड़ रुपए आबंटित किए हैं। इस योजना के प्रथम चरण में छह राज्यों उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र व हरियाणा के 8350 गांवों को शामिल किया गया हैं। इस योजना के तहत भिवानी जिला के तोशाम में 51 गांवों के लोगों को अटल भूजल योजना को आगे बढ़ाने के लिए एक कार्यशाला का आयोजन किया गया तथा ग्रामीणों को पानी के महत्व के बारे में जानकारी दी गई। इस दौरान ग्रामीणों को पेयजल व्यवस्था के रख-रखाव व संचालन के लिए जानकारी उपलब्ध करवाने के लिए प्रशिक्षण प्रदान भी किया गया।
इस मौके पर अटल भूजल योजना से जुड़े कोर्डिनेटर चंदन कुमार, अमरजीत कौर, कुलविंद्र व जिला वॉटर कंजरवेशन कंसलटेंट अशोक भाटी ने बताया कि अटल भूजल योजना केंद्र सरकार द्वारा समर्पित योजना है। इसके तहत हरियाणा राज्य सरकार प्रदेश के भूजल संसाधनों का हाईड्रोजियोलॉजिक्ल डेटा नेटवर्क बना रहा है। जिसका प्रयोग भूजल संसाधनों के प्रबंधन के लिए सामुदायिक संस्थाओं का निर्माण करना है। इसी के तहत आज कार्यशाला का आयोजन कर भूजल प्रबंधन को लेकर रूपरेखा तैयार की गई हैं, ताकि पीने के पानी व सिंचाई के पानी का उचित प्रबंधन किया जा सकें।
वहीं कार्यक्रम में पहुंचे ग्रामीण आजाद सिंह, राजेश, किरण, सुनीता ने बताया कि उन्हें अटल भूजल योजना के आधारभूत बिंदुओं के बारे में पता लगा है तथा जलस्त्रोतों की जानकारी व इनके प्रयोगों के बारे में मार्गदर्शन मिला है। इसके लिए वे गांव में जाकर समितियों का गठन कर लोगों को जल के प्रबंधन के बारे में जानकारी देंगे।
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