हिंदी पत्रकारिता दिवस पर एनसीआर मीडिया क्लब ने प्रदेश सरकार से की मांग
गुरुग्राम (सच कहूँ न्यूज)। एनसीआर मीडिया क्लब ने रविवार को वेबिनार के माध्यम से हिंदी पत्रकारिता दिवस मनाया। इस अवसर पर राज्य व केन्द्र सरकारों से अपील की गई कि कोरोना महामारी की कवरेज के दौरान हुए दिवंगत हुए पत्रकारों को कोरोना शहीद का दर्जा दिया जाए। उनके आश्रितों को 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाए। क्लब ने यह आह्वान भी किया कि कोरोना की इस आपदा में सभी एक दूसरे की मदद करें।
इस अवसर पर क्लब ने इस महामारी के चलते जान गवां चुके सभी मृतकों को श्रद्धांजलि अर्पित की। एनसीआर मीडिया क्लब के अध्यक्ष अमित नेहरा ने कहा कि पंडित जुगल किशोर ने 1826 को कलकत्ता से आज के ही दिन उदन्त मार्तण्ड नामक हिंदी का पहला समाचार पत्र प्रकाशित किया था। इसके बाद हिंदी पत्रकारिता खूब फली-फूली है। आज हजारों पत्रकार अपनी जान को जोखिम में डालकर कोरोना की कवरेज कर रहे हैं। इसके चलते सैकड़ों पत्रकार कोरोना संक्रमण का शिकार होकर अपनी जान गंवा चुके हैं।
सरकार इन्हें शहीद का दर्जा देकर इनके परिजनों को 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दे ताकि परिवार अपना गुजर-बसर चला सकें। एनसीआर मीडिया क्लब के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट प्रदीप डबास ने कहा कि हिंदी पत्रकारिता जन-जन की पत्रकारिता है। इसका कोरोनाकाल में सार्थक उपयोग होना चाहिए। महासचिव नवीन धमीजा ने कहा कि एनसीआर मीडिया क्लब समय-समय पर लोकहित में कार्य करता रहा है और यह सिलसिला भविष्य में भी जारी रहेगा। वरिष्ठ पत्रकार एसके आहूजा ने कहा कि वे एनसीआर मीडिया क्लब से जुड़कर अपने आपको गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि क्लब हर सुख-दु:ख में पत्रकारों के साथ खड़ा है।
इस अवसर पर क्लब की वाइस प्रेसिडेंट सरोज अग्रवाल, ट्रेजरर राज वर्मा, कार्यकारिणी सदस्य मनीष राज मासूम, डॉ. अल्पना सुहासिनी, महेश शर्मा, धर्मवीर शर्मा, अरविंद सैनी, पवन नरवाल, तरुण झा, सीमा गिल, आयशा हनफी, सीमा सैनी, रेनू कैलाश, संजीव सैनी, हनु सैनी, प्रियंका सरकार, नरेश शर्मा, निर्मल चौहान और प्रेमचंद पालमी समेत अनेक पत्रकारों ने अपने विचार रखे।
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