38th Surajkund Crafts Mela 2025: फरीदाबाद (सच कहूँ/ सागर दहिया)। सूरजकुंड में 7 से 23 फरवरी तक आयोजित हो रहा 38वां सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेला कला एवं संस्कृति का नई ऊर्जा और उत्साह के साथ इतिहास रचेगा। मेले में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहले से कहीं अधिक भागीदारी देखने को मिलेगी। मेले में 42 देशों के 648 प्रतिभागी इसमें हिस्सा लेंगे। मेले में ओडिशा और मध्य प्रदेश दो थीम राज्य हैं। मेले में पर्यटकों को अन्य प्रदेशों के साथ-साथ इन थीम प्रदेशों की समृद्ध संस्कृति की झलक देखने को मिलेगी। यह जानकारी हरियाणा पर्यटन निगम की प्रधान सचिव और सूरजकुंड मेला प्राधिकरण की उपाध्यक्ष कला रामचंद्रन ने वीरवार को सूरजकुंड मेला परिसर में स्थित चौपाल में पत्रकारों को संबोधित करते हुए दी। Surajkund Mela
प्रधान सचिव कला रामचंद्रन ने बताया कि इस मेले के माध्यम से हरियाणा प्रदेश अपनी सांस्कृतिक परंपराओं को देश-दुनिया में पहुंचाने में सशक्त माध्यम बनेगा। उन्होंने बताया कि केंद्रीय पर्यटन और संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत शुक्रवार को सुबह 10 बजे 38वें अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेले का शुभारंभ करेंगे। शुभारंभ अवसर पर मुख्यमंत्री नायब सिंह और पर्यटन मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा की गरिमामयी उपस्थिति रहेगी।
प्रधान सचिव ने कहा कि सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेला दुनिया का सबसे बड़ा शिल्प मेला बन चुका है, जो भारत की समृद्ध कला परंपराओं को संजोए हुए है। उन्होंने कहा कि 38 वां सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेला महज एक प्रदर्शनी नहीं है बल्कि यह कारीगरी, विरासत और वैश्विक एकता का उत्सव है। प्रैस वार्ता में सूरजकुंड मेले के थीम स्टेट ओडिसा से प्रिंसिपल रेजीडेंट कमिश्रर मृनालनि दरसवाल और मध्यप्रदेश से देवेंद्र राय ने उनके राज्यों से मेले में होने जा रही शिल्प और सांस्कृतिक विरासत के बारे में जानकारी दी। Surajkund Mela
इस बार 42 देशों के 648 प्रतिभागियों की होगी भागीदारी | Surajkund Mela
प्रधान सचिव ने बताया कि इस बार मेले की अंतरराष्ट्रीय भागीदारी भी अभूतपूर्व होगी। मेले में 42 देशों के 648 प्रतिभागी इसमें हिस्सा लेंगे, जिनमें मिस्र, इथियोपिया, सीरिया, अफगानिस्तान, बेलारूस, म्यांमार और बंगाल की खाड़ी बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग पहल के सदस्य देश शामिल हैं।
सुप्रसिद्घ कलाकार करेंगे अपनी प्रस्तुती से पर्यटकों का मनोरंजन
मेले के दौरान पर्यटकों को संगीत नृत्य का अनुपम संगम देखने को मिलेगा, जिसमें देशभर के सुप्रसिद्ध कलाकार अपनी प्रस्तुति देंगे। सांस्कृतिक कार्यक्रमों में पद्मश्री अवार्डी महावीर गुड्डू, डॉ. सतिंदर सरताज, ममे खान, पापोन और बैंड्स, सौरव अत्री की मनमोहक संगीत प्रस्तुतियां रहेंगी। साथ ही डॉ. इरशाद कमाल की काव्य संध्या सुनने को मिलेगी। इनके अलावा प्रिय वेंकटरमन और देविका देवेंद्र एस. मंगला मुखी की शास्त्रीय नृत्य प्रस्तुति रहेगी। Surajkund Mela