राहत: 24 घंटों में 32,937 कोरोना के आए नए मामले

Coronavirus

नई दिल्ली (एजेंसी)। देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 32,937 नए मामले आए हैं। 35,909 रिकवरी हुईं और 417 लोगों की कोरोना से मौत हुई। इसी के साथ कुल मामलों की संख्या 3,22,25,513 हो गई है जबकि सक्रिय मामलों की संख्या 3,81,947 है। इसके अलावा अब तक 3,14,11,924 लोग कोरोना से ठीक हो गए हैं। वहीं कुल मौतों का आंकड़ा 4,31,642 है। यही नहीं रिकवरी रेट में भी लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है। मार्च 2020 के बाद पहली बार कोरोना रिकवरी रेट 97.48% हो गया है। बीते एक दिन में ही करीब 36 हजार लोगों ने संक्रमण को मात दी है। यही नहीं वीकली पॉजिटिविटी अब 2.01 पर्सेंट पर आ गया है और आने वाले दिनों में इससे भी कम होने की उम्मीद है।

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देश में 54 करोड़ से ज्यादा कोरोना टीके लगे

डेली पॉजिटिविटी रेट की बात करें तो यह भी 2.79 पर्सेंट ही है। अब तक देश में 54 करोड़ से ज्यादा कोरोना टीके लग चुके हैं। एक तरफ नए केसों की कम होती संख्या और दूसरी तरफ वैक्सीनेशन की बढ़ती रफ्तार ने संक्रमण से देश को बड़ी राहत देने का काम किया है। कोरोना संक्रमण के नए केसों की रफ्तार भारत में बीते करीब दो महीनों से लगातार थमी हुई है। नए केसों की संख्या 50 हजार से कम पर बनी हुई है, जो बड़ी राहत का संकेत है।

टीकाकरण के लिए कोविन जैसी ऑनलाइन व्यवस्था दुनिया को कर रही आकर्षित: पीएम

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोरोना को पूरी मानव जाति के सामने सबसे बड़ी चुनौती करार देते हुए कहा कि देशवासियों ने इस चुनौती से एकजुट होकर संघर्ष किया और इसी का नतीजा है कि 54 करोड़ से ज्यादा लोगों को टीके लगाये जा चुके हैं और कोविन जैसी आॅनलाइन व्यवस्था दुनिया को आकर्षित कर रही है। मोदी ने 75वें स्वाधीनता दिवस के अवसर पर लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को सम्बोधित करते हुए कोरोना की लड़ाई में भागीदार रहे चिकित्साकर्मियों, वैज्ञानिकों और सभी सम्बद्ध व्यक्तियों का आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा, ‘प्रगति पथ पर बढ़ रहे हमारे देश के सामने, पूरी मानवजाति के सामने कोरोना का यह कालखंड बड़ी चुनौती के रूप में आया है। भारतवासियों ने संयम और धैर्य के साथ इस लड़ाई को लड़ा है।

टीकाकरण के लिए कोविन जैसी ऑनलाइन व्यवस्था दुनिया को कर रही आकर्षित: मोदी

प्रधानमंत्री ने कोरोना के टीके के निर्माण में देश के वैज्ञानिकों के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि अगर टीके नहीं बनते तो क्या होता, यह सोचकर भी दिल दहल जाता है, क्योंकि पोलियो के टीके बनाने में इतने साल लग गये थे। उन्होंने कहा, ‘हमारे वैज्ञानिक सूझबूझ से काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश के वैज्ञानिकों की देन है कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान चला रहा है और अब तक 54 करोड़ से अधिक लोगों को कोरोना के टीके लगाये जा चुके हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि कोविन जैसी आॅनलाइन और डिजिटल सर्टिफिकेट देने की व्यवस्था दुनिया को आकर्षित कर रही है।

 

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