2800 प्रवासी श्रमिक बिहार और यूपी के गृह जिलों में भेजे

झज्जर (संजय भाटिया/सच कहूँ)। झज्जर जिले से रविवार को करीब 2800 प्रवासी श्रमिक अपने गृह जिलों के लिए बिहार व उत्तरप्रदेश के लिए रवाना हुए। उपायुक्त जितेंद्र कुमार ने जिला से जाने वाले प्रवासी श्रमिकों को एक बार फिर से भविष्य में सुखद स्वास्थ्य के साथ वापिस काम पर लौटने के लिए प्रेरित किया। उपायुक्त ने कहा कि हरियाणा सरकार के सकारात्मक दृष्टिकोण से आज कोविड-19 के तहत चल रहे लॉद्दकडाउन में प्रवासी श्रमिकों को उनके गृह जिलों में परिजनोंं के पास भेजने की व्यवस्था की गई है। उपायुक्त ने प्रवासी श्रमिकों को सुखद व स्वस्थ रहते हुए आर्थिक समृद्धि में भागीदार बने रहने का संदेश भी दिया।

श्रमिक ट्रेन में झज्जर के 1109 प्रवासी श्रमिक अपने घरों के लिए रवाना हो रहे हैं

उपायुक्त के मार्गदर्शन में झज्जर जिला मुख्यालय पर एसडीएम झज्जर शिखा की देखरेख में राजकीय बहुतकनीकी संस्थान परिसर व राजकीय नेहरू स्नातकोत्तर महाविद्यालय प्रांगण से राज्य परिवहन की बसों के माध्यम से रोहतक रेलवे स्टेशन श्रमिकों को ले जाया गया। रोहतक से बिहार राज्य के अररिया जिला के लिए जाने वाली स्पेशल श्रमिक ट्रेन में झज्जर के 1109 प्रवासी श्रमिक अपने घरों के लिए रवाना हो रहे हैं। एसडीएम ने जानकारी देते हुए बताया कि शनिवार की सांय को सभी को झज्जर मुख्यालय पर अस्थाई रूप से बनाए गए शैल्टर होम में रखा गया औा उनके स्वास्थ्य की जांच भी की गई।

उन्होंने बताया कि रात्रि भोजन व सुबह के नाश्ते के बाद सभी को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ बसों में मास्क पहनाकर, पानी की बोतल व बिस्कुट पैकेट देते हुए रोहतक के रास्ते रेलवे स्टेशन से बिहार के लिए रवाना किया जा रहा है। रविवार को ही झज्जर जिला से 45 रोडवेज बस से करीब 1750 प्रवासी श्रमिकों को उत्तरप्रदेश के सहारनपुर क्लस्टर के लिए भी रवाना किया गया।

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