हिसार के बाल सुधार गृह से 17 बाल कैदी फरार

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फरार होने वालों में 8 हत्यारोपी भी शामिल

हिसार (संदीप सिंहमार)। अपराध व सुरक्षा चूक के मामले में हिसार एक बार फिर सुर्खियों में है। सोमवार देर सांय चंडीगढ़ रोड पर स्थित बाल सुधार गृह से 17 बाल कैदी बाल सुधार गृह के सहित दो सुरक्षाकर्मियों से मारपीट कर फरार हो गए। फरार होने वाले बाल कैदियों में आठ हत्यारोपी कैदी भी शामिल हैं। बाल सुधार गृह के मुख्य प्रवेश द्वार से ताला खोलकर फरार हुए हत्या आरोपियों में अधिकतर रोहतक व झज्जर जिले के हैं। पुलिस के तीन कर्मचारियों को घायल कर 17 कैदियों के फरार होने के मामले की बाल सुधार गृह के अधीक्षक कुलदीप शर्मा व हिसार के पुलिस अधीक्षक बलवान सिंह राणा ने पुष्टि की है।

बाल कैदियों के फरार होते ही प्रारंभिक तौर पर घायल बाल सुधार गृह के अधीक्षक कुलदीप शर्मा ने सदर थाना पुलिस को साथ लेकर ढूंढने की कोशिश की, लेकिन जब नाकामी हाथ लगी तो अधीक्षक ने बाल कैदियों के फरार होने की सूचना पुलिस अधीक्षक बलवान सिंह राणा व जिला प्रशासन को दी। देखते ही देखते पुलिस अधीक्षक बलवान सिंह राणा,उपायुक्त डॉ प्रियंका सोनी व हिसार रेंज के आईजी संजय कुमार ने इस पूरे मामले की कमान संभाल ली। फरार हुए बाल कैदियों की गिरफ्तारी के लिए हिसार जिले के सभी पुलिस नाकों को तुरंत एक्टिव किया गया। इतना ही नहीं साथ लगते जिलों व राज्यों को भी अलर्ट मोड पर रखा गया,लेकिन फरार हुए बाल कैदियों के बारे में आधी रात तक भी किसी भी प्रकार की सुराग नहीं लग सका था।

बाल सुधार गृह के अधीक्षक कुलदीप ने बताया कि अन्य दिनों की तरह सोमवार देर सांय भी बाल कैदियों को खाना खाने के लिए उनके बैरक से बाहर निकाला गया था। लेकिन पहले से ही योजना बनाए हुए बाल कैदियों ने जेल सुपरिटेंडेंट के सिर पर हमला कर दिया और बाल सुधार गृह के मुख्य द्वार की तरफ निकल पड़े। वहां उन्होंने मुख्य द्वार की सुरक्षा में तैनात दो पुरुष पुलिसकर्मियों के साथ हाथापाई करते हुए मारपीट की। बाल कैदियों ने एक सुरक्षाकर्मी की जेब से मुख्य द्वार के ताले की चाबी निकालकर ताला खोलकर हरियाणा भूमि सुधार एवं विकास निगम के जंगलों की तरफ फरार हो गए।

एसपी कर रहे हैं मोनिटरिंग

मामले की सूचना मिलने के बाद हिसार के पुलिस अधीक्षक बलवान सिंह राणा ने 3 पुलिस उपाधीक्षक की टीम के साथ बाल सुधार गृह का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने फरार हुए बाल कैदियों को पकड़ने के लिए सघन अभियान की शुरुआत की।पुलिस अधीक्षक स्वयं इस पूरे मामले की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। हिसार से निकलने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग सहित सभी वैकल्पिक मार्गों पर भी पुलिस तैनात कर दी गई है लेकिन अभी तक फरार हुए एक भी बाल कैदी के बारे में किसी भी प्रकार की सूचना नहीं मिल पाई है।

पहला नहीं है मामला

हिसार में चंडीगढ़ मार्ग पर बाल सुधार गृह बनाया गया है जहां प्रदेश भर के बाल अपराधियों को सुधारने के उद्देश्य से रखा जाता है लेकिन इसे विडंबना कहें या जेल प्रशासन की लापरवाही बाल कैदी अपना रुख बदलने के लिए तैयार नहीं है 12 जून 2017 को भी इसी बाल सुधार गृह से 6 बाल कैदी सुरक्षा कर्मियों से मारपीट कर फरार हो गए थे तब फरार हुए इन कैदियों ने एक कार छीनने का असफल प्रयास करते हुए एक बाइक भी लूट लिया था तब की वारदात और सोमवार देर शाम की वारदात का तरीका बिलकुल एक जैसा था। बाल कैदियों ने फरार होने के लिए समय भी वही चुना जो 2017 में फरार होने वाले बाल कैदियों ने चुना था एक बार जिस तरीके को अपनाकर किसी संगीन वारदात को अंजाम दे दिया जाता है तो उसी तरीके से दूसरी बार बड़ी वारदात होने पर सुरक्षा पर एक बड़ा सवालिया निशान खड़ा हो जाता है यही सवाल अब सबके मन को कचोट रहा है।

 

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