अब 1886 रुपये प्रति क्विंटल से कम पर नहीं होगी खरीद (1509 Paddy Rates Increased)
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पहले 1500 रुपये से नीचे तक खरीदते थे व्यापारी
अश्वनी चावला चंडीगढ़। हरियाणा सरकार के एलान के बाद प्रदेश में (1509 Paddy Rates Increased)1509 धान के रेट एक बार फिर से चढ़ गए हैं, जिसके चलते अब किसानों को 1900 रुपये प्रति क्विंटल से ज्यादा का रेट मिल रहा है जबकि एकसप्ताह पहले तक 1509 वैरायटी धान मात्र 1500 रुपए तक बिक रही थी। जिससे चलते किसानों को न सिर्फ नुकसान उठाना पड़ रहा था बल्कि मजबूरी में एमएसपी से नीचे अपनी फसल को बेचनी पड़ रही थी। प्रदेश के व्यापारी इस रेट पर फसल की खरीद भी करने लगे हुए हैं। हालांकि काफी जगह पर प्रदेश सरकार की तरफ से फ्री एमएसपी पर 1509 धान की खरीद की जा रही है।
जानकारी अनुसार प्रदेश सरकार की तरफ से 1509 धान की खरीद एमएसपी पर करने का ऐलान करने के चलते बड़े स्तर पर किसानों ने मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर अपनी फसल के बारे में जानकारी भी दर्ज करवा दी थी। परंतु धान की फसल खरीद शुरू होने से पहले 1509 वैरायटी को सरकार ने खरीदने से इंकार कर दिया था। जिसके पश्चात व्यापारियों ने इसका फायदा उठाने की फिराक में 1509 धान वैरायटी को कम दाम में खरीदना शुरू कर दिया। कहीं पर किसानों को प्रति क्विंटल 1500 रुपए मिल रहे थे तो कहीं पर इससे भी कम दाम में किसानों को अपनी फसल बेचनी पड़ रही थी।
व्यापारियों की इस लूट को देखते हुए प्रदेश सरकार ने पिछले सप्ताह ही सरकार द्वारा खरीद करने का ऐलान कर दिया गया और मंडियों में 1509 धान की खरीद सरकार की तरफ से शुरू भी कर दी गई। सरकार की तरफ से की गई इस कार्रवाई के चलते 1509 धान के रेट एक बार फिर से चढ़ गए हैं। व्यापारी अब मंडियों में ही बोली के अनुसार लगभग 1900 रुपये के करीब धान की फसल को खरीद कर रहे हैं। किसानों को मंडियों में अब फायदा मिल रहा है, क्योंकि वहां पर सरकारी अधिकारी एमएसपी के भाव पर ही बोली शुरू करवाते हैं। अगर कोई व्यापारी एमएसपी से ऊपर बोली देता है तो फसल उस व्यापारी को दे दी जाती है जबकि एमएसपी के रेट से ऊपर अगर कोई नहीं खरीदता है तो उसे सरकार खुद खरीद लेती है।
किसानों की सुरक्षा हमारा पहला फर्ज : पी.के. दास
हरियाणा फूड व सिविल सप्लाई विभाग के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी पी.के. दास ने कहा कि हरियाणा के किसानों की सुरक्षा करना हमारा पहला फर्ज है, जिसके चलते ही धान 1509 को एमएसपी पर खरीदने के आदेश जारी किए गए थे। जिसके पश्चात से व्यापारियों ने 1509 वैरायटी के धान को एमएसपी पर खरीदना शुरू कर दिया जबकि इससे पहले वह काफी कम रेट में खरीद रहे थे। दास ने बताया कि जहां पर कोई व्यापारी एमएसपी के भाव पर नहीं खरीद रहा है, वहां पर फसल सरकार खुद खरीदते हुए किसान को पूरे भाव दे रही है।
1509 वैरायटी की धान नहीं खरीदती थी सरकार
हरियाणा सरकार अभी तक 1509 वैरायटी की धान की खरीद नहीं करती थी, जिसके चलते किसान अपने स्तर पर ही इस फसल को पैदा करने के पश्चात व्यापारियों को बेचते आए हैं। कई बार इस फसल के दाम काफी अच्छे मिल जाते हैं तो कई बार इस फसल के दाम काफी कम भी किसानों को मिलते आए हैं।
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