भिवानी में बोले सीएम, 27 हजार चिकित्सकों की जरूरत, वर्तमान में हैं मात्र 12 हजार
भिवानी (सच कहूँ न्यूज)। दो करोड़ की आबादी के हिसाब से हरियाणा में इस समय 27 हजार चिकित्सकों की जरूरत है जिनमें से मात्र 12 हजार चिकित्सक ही प्रदेश के अस्पतालों में कार्यरत हैं। अभी भी सरकारी अस्पतालों में 15 हजार चिकित्सकों का टोटा है। इस कमी को हर जिले में खुलने जा रहे नए मैडिकल कॉलेजों के माध्यम से पूरा किया जाएगा। मुख्यमंत्री मनोहर लाल शनिवार को यहां भिवानी में एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
- हर जिले में खुलने जा रहे नए मैडिकल कॉलेजों से खत्म होगा टोटा
- महेन्द्रगढ़ में आयुर्वेदिक कॉलेज खोले जाने का ऐलान
- भिवानी के प्रेमनगर में राजकीय आयुर्विज्ञान महाविद्यालय का शिलान्यास
- 37 एकड़ में पांच सौ करोड़ से होगा निर्माण
उन्होंने बताया कि कुरूक्षेत्र में आयुर्वेदिक चिकित्सा संस्थान को विश्वविद्यालय का दर्जा दिया जा चुका है। शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं को समाज की धुरी बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पंचकुला में 25 एकड़ भूमि में केन्द्र सरकार के सहयोग से आयुर्वेद व योग संस्थान स्थापित किया जाएगा। इसी प्रकार, महेन्द्रगढ़ में आयुर्वेदिक कॉलेज खोला जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि चिकित्सा शिक्षा व स्वास्थ्य सेवाओं के बजट में 15 प्रतिशत से अधिक वृद्धि करते हुए सरकार द्वारा इस वर्ष तीन हजार आठ सौ 39 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है। सर्वे भवंतु सुखिन: सर्वे संतु निरामया का लक्ष्य निर्धारित करते हुए हरियाणा सरकार आयुर्वेद, योग, एलोपैथी व आयुष स्वास्थ्य सेवाओं का निरंतर विस्तार कर रही है।
सरकारी अस्पतालों में 570 दवाईयां फ्री
इस अवसर पर सीएम ने कहा कि राज्य के सरकारी अस्पतालों में 570 दवाईयां नि:शुल्क दी जा रही है। स्वास्थ्य सेवाओं में अभी भी सर्जरी आम मरीजों के लिए महंगी है और ज्यादातर आप्रेशन प्राईवेट अस्पतालों में किए जाते हैं। आप्रेशन व महंगे उपचार की सुविधा आर्थिक रूप से कमजोर रोगियों को आसानी से उपलब्ध करवाने के लिए सरकार चिकित्सा बीमा योजना शुरू करेगी। इसमें नागरिकों से नाममात्र का प्रीमियम लिया जाएगा, शेष खर्चा कंपनी द्वारा वहन किया जाएगा और इसका सर्वे का कार्य आगामी एक अगस्त से शुरू होगा।
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