नई दिल्ली (सच कहूँ न्यूज)। चमोली जिले के रेनी गांव में ग्लेशियर की चपेट में आने से 15 लोगों की मौत हो गई है। जबकि 153 लोग अभी भी लापता है। सोमवार सुबह फिर से तपोवन सुरंग के पास रेस्क्यू आॅप्रेशन किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि सुरंग में अभी भी 30 लोगों के फंसने की सूचना है। केन्द्र सरकार राज्य सरकार को हर संभव मदद दी जा रही है। गौरतलब है कि ग्लेशियर के टूटने से ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है और बाढ़ के कारण अलकनंदा नदी में जलस्तर कई फुट बढ़ गया है।
Glorious footage of a labourer being rescued from the sediment inundated area near Tapovan tunnel area by ITBP personnel. Watch full. @IndiaToday #Uttarakhand pic.twitter.com/eGe1oYEISu
— Shiv Aroor (@ShivAroor) February 7, 2021
केन्द्र सरकार राज्य सरकार के सम्पर्क में
चमोली से बीते दिन जैसी तस्वीर देखने को मिली है वो 2013 के खौफनाक मंजर को फिर से उजागर कर दिया है। हालांकि, प्रशासन की ओर से इस बार तुरंत रिएक्ट किया गया। सेना, वायुसेना, नौ सेना, एनडीआरएफ समेत कई एजेंसियां बचाव कार्यों में जुटी हुई है। प्रधानमंत्री भी सीएम से कई बार बात कर चुके है और हर संभव मदद का भरोसा जताया है।
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टनल में फंसे लोगों के लिए राहत एवं बचाव कार्य जारी। जेसीबी की मदद से टनल के अंदर पहुंच कर रास्ता खोलने का प्रयास किया जा रहा है।
अब तक कुल 15 व्यक्तियों को रेस्क्यू किया गया है एवं 14 शव अलग-अलग स्थानों से बरामद किये गये हैं।#tapovanrescue #Chamoli #Uttarakhand_Disaster pic.twitter.com/szSaxJfEy7— Chamoli Police Uttarakhand (@chamolipolice) February 8, 2021
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