विद्यार्थियों के लिए हुई फर्नीचर की व्यवस्था
डीसी कैप्टन शक्ति सिंह ने प्रयोग की सफलता पर दी शिक्षा विभाग व आईटीआई को बधाई
झज्जर (सच कहूँ )। गर्मी की छुट्टियां समाप्त होने के उपरांत जब जिले में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों में बच्चे जब वापस लौटेंगे तो उन्हें एक बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। छुट्टियों से पहले विद्यालय परिसर में पुराने फर्नीचर या कबाड़ से भरे कमरे उन्हें खाली देखने को मिलेंगे। साथ ही कक्षा में बैठने के लिए नए बेंच उपलब्ध होंगे। कबाड़ का निपटारा होने से स्कूलों को पढ़ाई के लिए अतिरिक्त कमरे भी उपलब्ध हो गए है।
6266 बच्चों को मिलेंगे बैठने के लिए बेंच
जिला प्रशासन की पहल पर आईटीआई के प्रशिक्षुओं की मदद से 124 राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों में पुराने फर्नीचर को मरम्मत कर पुन: इस्तेमाल करने के लायक बना दिया गया है। इस पहल से न केवल इन स्कूलों को 3,133 बेंच मिले, साथ ही मरम्मत न होने वाले कबाड़ का भी निपटारा हो गया। इन बेंच पर 6266 बच्चे बैठकर पढ़ाई कर सकेंगे।
526 स्कूलों में किया जाएगा प्रयोग
डीसी कैप्टन शक्ति सिंह ने स्कूल परिसरों में इस सकारात्मक परिवर्तन के लिए शिक्षा विभाग के अधिकारियों, औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों के इंस्ट्रक्टर्स व प्रशिक्षुओं को बधाई दी है। स्कूलों परिसरों में संसाधनों की बढ़ोत्तरी में यह प्रयोग कारगर साबित हुआ है। प्रारंभिक चरण में यह प्रयोग 124 राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों में किया गया। इस चरण में मिली सफलता को विस्तार देते हुए यह प्रयोग जिला के 526 स्कूलों में क्रियांवित किया जाएगा।
आईटीआई प्रशिक्षुओं को मिला प्रैक्टिकल एक्सपीरियंस
डीसी ने कहा कि स्कूलों के पुराने फर्नीचर की मरम्मत का कार्य आईटीआई के प्रशिक्षुओं द्वारा किया गया। जिसके चलते प्रशिक्षुओं को प्रैक्टिकल एक्सपीरियंस भी प्राप्त हुआ। जिसके चलते उन्हें रचनात्मक कार्य के लिए प्रेरणा भी मिली। उन्होंने बताया कि इसी सोच पर आगे बढ़ते हुए जिला प्रशासन का प्रयास है कि सभी आईटीआई जिला के शहरी क्षेत्रों में प्रमुख चौराहों पर एक-एक मॉडल तैयार करेंगी। जिससे शहरों का सौंदर्यकरण तो होगा साथ ही प्रशिक्षुओं को भी अपनी रचनात्मकता दिखाने का अवसर मिलेगा।
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