बेंगलुरु (एजेंसी)। केंद्र की भारतीय जनता पार्टी सरकार और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की घोर आलोचना करने वाले कर्नाटक के विचारकों, लेखकों और राजनेताओं के लिए जानलेवा पत्र आने का सिलसिला जारी है। कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष डी. के. शिवकुमार, पूर्व मुख्यमंत्री एच. डी. कुमारस्वामी व सिद्धारमैया सहित कई गणमान्य लोगों के चित्रों के साथ एक पत्र भेजा गया है और इसे ‘श्रद्धांजलि’ के रूप में लिखा गया है।
शनिवार को पूर्व मंत्री बी. टी ललिता नाइक को तीसरा पत्र मिला जिसमें उनकी जान को खतरा बताया गया है। पत्र में, 12 लोगों की तस्वीरें छापी गईं और कहा गया कि वे देशद्रोहियों की टुकड़ी हैं। उन्होंने कहा कि इससे उन्हें जान को खतरा है। साहिती देवनूरु महादेवा की आरएसएस की किताब डीप एंड वाइड (आला मट्टू अगला ) राज्य में खूब सुर्खियां बटोर रही हैं और कई लोगों ने इस किताब के खिलाफ नाराजगी भी जाहिर की है। इसके बाद उन्हें जान से मारने की धमकी वाला एक पत्र भी मिला।
12 लोगों को पत्र लिखकर कहा गया है
लेखक, विचारक, राजनेता बार-बार जान से मारने वाले पत्र प्राप्त कर रहे हैं। इस पर पुलिस महानिदेशक से भी चर्चा की गई है। सरकार को इसे गंभीरता से लेना चाहिए और दोषियों को ढूंढना चाहिए। पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने हाल ही में सरकार से संविधान की आशा को बनाए रखने वालों की रक्षा करने का आग्रह किया था।
पूर्व मुख्यमंत्रियों सिद्धारमैया और एच. डी. कुमारस्वामी, केपीसीसी अध्यक्ष डी. के शिवकुमार, कन्नड़ विकास प्राधिकरण के पूर्व अध्यक्ष प्रो. एस. जी. सिद्धारमैया, साहित्य बारगुरु रामचंद्रप्पा समेत 12 लोगों को पत्र लिखकर कहा गया है कि आप देशद्रोही हैं और आपको बख्शा नहीं जाएगा। की धमकी इसी महीने की तीन और सात जुलाई को मिली थी। सरकार हालांकि, पत्र का पता लगाने में अब तक विफल रही है।