मॉस्को (एजेंसी)। रूसी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता इगोर कोनाशेनकोव ने कहा कि यूक्रेन में सैन्य कार्रवाई शुरू होने के बाद से रूसी सशस्त्र बलों ने 2,037 यूक्रेनी सैन्य बुनियादी ढांचे को नष्ट किया है। उन्होंने कहा कि इन ढांचों में 71 कमांड पोस्ट और यूक्रेनी सशस्त्र बलों के संचार केंद्र, 98 एंटी-एयरक्राफ्ट मिसाइल सिस्टम और 61 रडार स्टेशन शामिल हैं।
प्रवक्ता ने कहा कि इसके अलावा जमीन पर लगभग 66 विमान और हवा में 16 विमान को नष्ट किया गया, जबकि 708 टैंक और अन्य बख्तरबंद लड़ाकू वाहन, 74 मल्टीपल रॉकेट लॉन्चर, 261 फील्ड आर्टिलरी और मोर्टार, 505 यूनिट विशेष सैन्य वाहन और 56 मानव रहित हवाई को भी मार गिराया गया है। उन्होंने कहा कि रूस ने यूक्रेन में गोला-बारूद डिपो को नष्ट करने के लिए लंबी दूरी के सटीक हथियारों का इस्तेमाल कर रहा है।
यूक्रेन मुद्दे पर पीएम मोदी ने की बैठक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन पर रूस के हमले से उत्पन्न स्थिति के बीच वहां से भारतीय नागरिकों को निकालने पर भारत के प्रयासों पर चर्चा करने के लिए एक और उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर, विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला, एनएसए अजीत डोभाल सहित और भी कई अधिकारी मौजूद थे।
विदेश मंत्रालय ने कहा है कि उसका ध्यान मुख्य रूप से रूसी सीमा के करीब पूर्वी यूक्रेन के सूमी शहर में फंसे लगभग 700 भारतीय विद्यार्थियों को निकालने पर है। एक मेडिकल यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में फंसे विद्यार्थियों ने एक के बाद एक कई वीडियो पोस्ट कर उन्हें जल्द से जल्द वहां से निकालने की अपील की है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, ”हम यूक्रेन के सूमी में फंसे भारतीय विद्यार्थियों को लेकर बहुत चिंतित हैं।
हमने कई चैनलों के माध्यम से रूसी और यूक्रेनी सरकारों पर तत्काल युद्धविराम के लिए जोरदार दबाव डाला है ताकि एक सुरक्षित गलियारे में से हम अपने विद्यार्थियों को निकाल सके।” सरकार ने विद्यार्थियों को सुरक्षा सावधानी बरतने, अपने शेल्टर के अंदर रहने और अनावश्यक जोखिम से बचने की सलाह दी है।
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