मुख्यमंत्री तलाश रहे अन्य राज्यों से निवेश, उद्योगपति छोड़ रहे प्रदेश : भाजपा

युवा अपने परिवारों के साथ पंजाब छोड़ कर विदेशों की ओर कर रहे पलायन

  • राज्य में हो रही खुलेआम हत्याएं, हर वर्ग चिंतित

चंडीगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। पंजाब प्रदेश भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष अश्वनी शर्मा ने राज्य के उद्योगपतियों के पड़ोसी और अन्य राज्यों में किए जा रहे निवेश पर गहरी चिंता जताते हुए कहा कि इसे राज्य के लिए खतरे की घंटी बताया है। शर्मा ने शुक्रवार को यहां जारी एक बयान में कहा कि इसके लिए राज्य की आम आदमी पार्टी (आप) सरकार खासकर पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, मुख्यमंत्री भगवंत मान और वरिष्ठ नेता राघव चड्ढा जिम्मेदार हैं।

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उन्होंने राज्य सरकार पर केजरीवाल और चड्ढा के साथ मिलकर पंजाब में अराजकता फैलाने का भी आरोप लगाया और कहा कि वे राज्य के लोगों की जान-माल की रक्षा करने में विफल रहे हैं और देश विरोधी ताकतें फिर से सिर उठा रही हैं। उन्होंने दावा किया कि गत नौ माह में इन्होंने राज्य में ऐसी स्थिति पैदा कर दी है कि कानून-व्यवस्था का नामोनिशान मिट गया है। राज्य में खुलेआम हत्याएं हो रही हैं जिससे हर वर्ग चिंतित और दु:खी है।

उन्होंने कहा कि राज्य के इन हालात के मद्देनजर बड़ी संख्या में युवा अपने परिवारों के साथ पंजाब छोड़ कर विदेशों की ओर पलायन कर रहे हैं। प्रवासी भारतीयों ने पंजाब के बजाय विदेशों में निवेश करना शुरु किया है। राज्य के उद्योगपति यहां कोई नया निवेश नहीं कर रहे हैं और जो पहले किया है उसे भी बंद करने की तैयारी कर रहे हैं। अधिकांश उद्योगपति पड़ोसी राज्यों में निवेश करने के लिए वहां की सरकारों से सम्पर्क कर रहे हैं। पंजाब से बड़ी संख्या में उद्योगपति उत्तर प्रदेश चले गए हैं। उन्होंने वहां की सरकार से मिलकर उनके राज्य में निवेश करने की मुहर लगा दी है जो पंजाब के भविष्य के लिए बेहद खतरनाक साबित होगा। उन्होंने दावा किया कि राज्य के बड़े उद्योगपतियों ने पंजाब के वजाय उत्तर प्रदेश में 2.30 लाख करोड़ रुपए निवेश करने की वहां की सरकार से सहमति जताई है।

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने राज्य के मुख्यमंत्री को नसीहत देते हुए कहा कि वह केजरीवाल की चापलूसी करना छोड़ कर पंजाब के विकास ओर ध्यान दें। राज्य के लोगों से झूठ बोलना, मूर्ख बनाना और अपने अधिकारों की मांग करने वालों पर अत्याचार करना बंद कर और उनकी मांगें पूरी करें।

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