पानी में कटौती, कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन

  • 1200 क्यूसेक पानी में कमी पर पड़ाव की चेतावनी
  • कलक्टर-चीफ की गैर मौजूदगी में एडीएम से वार्ता

HanumanGarh, SachKahoon News:  भाखड़ा सिंचाई प्रणाली की नहरों में तीन में से एक समूह चलाकर 850 क्यूसेक पानी उपलब्ध करवाने के प्रस्तावित रेगुलेशन के विरोध में सोमवार को भाखड़ा क्षेत्र के किसानों ने पूर्व घोषणानुसार कलक्ट्रेट पर धरना-प्रदर्शन किया। प्रदर्शन कर रहे किसानों ने 31 मार्च तक 1200 क्यूसेक पानी चलाने की मांग की। जिला कलक्टर व जल संसाधन विभाग (उत्तर) के मुख्य अभियन्ता के हनुमानगढ़ से बाहर होने पर आंदोलनकारियों की नोहर के एडीएम सुखबीर सिंह से वार्ता हुई।
किसानों ने मांग न जाने पर कलक्ट्रेट के समक्ष डटे रहने की चेतावनी दी। इससे पूर्व दोपहर करीब 12 बजे भाखड़ा क्षेत्र के सैकड़ों काश्तकार कलक्ट्रेट के समक्ष एकत्रित हुए। धरनास्थल पर हुई सभा को संबोधित करते हुए किसान प्रतिनिधियों ने कहा कि 1200 की जगह 850 क्यूसेक पानी चलाया जाना प्रस्तावित है। 350 क्यूसेक पानी कटौती से फसलों को नुकसान होगा। इस समय सरसों एवं गेहूं को सिंचाई पानी की आवश्यकता है। तापक्रम ज्यादा है। मावठ की भी अभी सम्भावना नहीं है। इस समय सिंचाई पानी में कटौती फसलों को बर्बाद कर देगी। लेकिन क्षेत्र का किसान किसी भी स्थिति में सिंचाई पानी कटौती को स्वीकार नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि सिंचाई विभाग के अधिकारी कम पानी का रोना रो रहे हैं। अगर पानी कम था तो किसानों को पूर्व में ही बता देते। किसान गेहूं का बिजान नहीं करते। वक्ताओं ने जल संसाधन मंत्री डॉ. रामप्रताप के उस बयान की आलोचना की जिसमें उन्होंने राजस्थान फीडर एवं फिरोजपुर फीडर के ज्वाइंट बैंक में कट आने पर पानी कम करने की बात पर किसानों से धैर्य रखने की अपील की है। वक्ताओं ने उनके इस बयान पर कहा कि फीडर के ज्वाइंट बैंक में कट आने का तो मात्र बहाना है। सभा में पूर्व विधायक हेतराम बेनीवाल, कामरेड रामेश्वर वर्मा, पूर्व उपजिला प्रमुख शबनम गोदारा, श्रीगंगानगर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष संतोष सहारण, पूर्व उपप्रधान राजेन्द्र प्रसाद, ओम जांगू, सौरभ राठौड़, जगजीत सिंह, सादुलशहर पंचायत समिति प्रधान राजेन्द्र प्रसाद आदि ने विचार रखे। धरना-प्रदर्शन के दौरान कलक्ट्रेट पर भारी पुलिस जाब्ता तैनात रहा।
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इस समय सिंचाई पानी में कटौती फसलों को बर्बाद कर देगी। लेकिन क्षेत्र का किसान किसी भी स्थिति में सिंचाई पानी कटौती को स्वीकार नहीं करेगा।
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वार्ता के लिए दिया बुलावा
सभा के दौरान नोहर एडीएम सुखबीर सिंह ने प्रतिनिधि मंडल को वार्ता के लिए बुलाया। लेकिन आंदोलनकारियों ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों की गैर मौजूदगी में वार्ता करने से इंकार कर दिया। इसके बाद सिंचाई विभाग के अधिकारी कलक्ट्रेट पहुंचे तो आंदोलनकारी वार्ता के लिए राजी हुए। गौरतलब है कि वर्तमान में भाखड़ा की नहरों में 1200 क्यूसेक पानी चल रहा है। सिंचाई विभाग की ओर से 21 दिसम्बर से 1200 की जगह 850 क्यूसेक पानी चलाया जाना प्रस्तावित है।