एमबीए में यूनिवर्सिटी टॉपर बनीं दो सगी बहनें

University Topper, Sucheta, Vibhuti, MBA, Haryana

सुचेता ने प्रथम तो विभूति ने पाया दूसरा स्थान

सच कहूँ/देवेंद्र शर्मा/सफीदों।

सफीदों मंडी की 2 सगी बहनों ने गुरू जम्बेश्वर यूनिवर्सिटी की एमबीए परीक्षा में मेहनत करके शिक्षा के क्षेत्र में झंडे गाड़ दिए है। समाजसेवी बिल्लू सिंगला की बेटी सुचेता व विभूति ने दूरवर्ती परीक्षा की मार्किटिंग संकाय में पूरी यूनिवर्सिटी में प्रथम व द्वितीय स्थान प्राप्त करके शिक्षा के क्षेत्र नया कीर्तिमान स्थापित किया है।

बता दें कि इससे पूर्व सुचेता ने बीटेक में कुरूक्षेत्रा यूनिवर्सिटी में द्वितीय तथा विभूति ने छठा स्थान प्राप्त किया था। गौरतलब है कि विभूति विवाहिता है और ससुराल में रहते हुए उसने पढ़ाई को नहीं छोड़ा और लगातार पढ़ाई करते हुए इस मुकाम को हासिल किया।

आईएएस बनकर करना चाहती हैं देशसेवा

सुचेता व विभूति की इस उपलब्धि को को लेकर परिवार के साथ-साथ पूरे नगर में खुशी की लहर है और समाजसेवी बिल्लू सिंगला के निवास पर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। अपनी बेटियों की उपलब्धि पर फूले नहीं समा रहे पिता बिल्लू सिंगला का कहना है कि उन्हे अपनी बेटियों द्वारा किए गए बेहतरीन कार्य पर गर्व है तथा भविष्य में भी इसी प्रकार की उपलब्धियां लाने की आशा रखते हैं।

उन्होंने कहा कि यह खुशी केवल उनके परिवार की नहीं है बल्कि पूरे सफीदों हलके के लोगों के लिए है। बिल्लू का कहना है कि उन्होंने अपनी बेटियों को कभी भी बेटों से कमतर नहीं समझा और बेटों से ज्यादा बेटियों की पढ़ाई पर विशेष ध्यान केंद्रित किया क्योंकि शिक्षा से बड़ा कोई धन नहीं है और एक बेटी 2 घरों का नाम रोशन करती है।

माता-पिता व टीचरों को दिया श्रेय

टॉपर बहनों ने अन्य अभिभावकों से भी आह्वान किया कि वे बेटियों की पढ़ाई की ओर विशेष ध्यान दें। वहीं यूनिवर्सिटी टॉप करने वाली सुचेता व विभूति का कहना है कि उनका शुरू से ही मन पढ़ने में रहा है और वह आगे भी निरंतर पढ़ते रहना चाहती है। उन्होंने अपनी उपलब्धि का सारा श्रेय अपने पिता बिल्लू सिंगला व माता मीना सिंगला व गुरूजनों को दिया है।

विवाहित है विभूति, कहा पढ़ने की नहीें होती उम्र

भविष्य के लक्ष्य के बारे में पूछने पर सुचेता व विभूति का कहना है कि वह आईएएस बनकर देशसेवा करना चाहता है और वह इस लक्ष्य को प्राप्त करने की हरसंभव कोशिश करेंगी। वहीं विवाहिता विभूति का कहना है कि पढ़ाई की कोई उम्र नहीं होती और उसे ससुराल की ओर से भी इस मामले में लगातार पूरा सहयोग मिल रहा है। अग्रवाल समाज सफीदों के संयोजक शिवचरण कंसल व अग्रवाल वैश्य समाज के अध्यक्ष प्रवीन मित्तल ने सुचेता व विभूति की कामयाबी पर खुशी जाहिर करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है।

 

Hindi News से जुडे अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter पर फॉलो करें।