किसान का बेटा भारत को दिलाएगा गोल्ड (Neeraj Chopra)
-
सात अगस्त को खेला जाएगा फाइनल मुकाबला
सच कहँॅू/सन्नी कथूरिया
पानीपत। पानीपत जिले के मतलौडा ब्लॉक के छोटे से गांव खंडरा के रहने वाले नीरज चोपड़ा ने अपने पहले ही अटेंप्ट में टोक्यो ओलंपिक में क्वालीफाई कर फाइनल में जगह बनाई और देश के लिए एक और मेडल की उम्मीद जगा दी। जिसके बाद से देश के साथ नीरज के पैतृक गांव और परिवार में खुशी का माहौल है। घर वाले मिठाइयां बाँटकर खुशी मना रहे है। परिवार को बधाई देने वालों का भी तांता लगा हुआ है। नीरज के परिजनों का कहना है कि सुबह से ही लोग उन्हें सोशल मीडिया के माध्यम से व मिलकर बधाई से रहे है।
उन्हें नीरज से उम्मीद है कि वह देश के लिए गोल्ड लेकर आएंगे। नीरज चोपड़ा ने ओलंपिक में पहले ही प्रयास में 86.65 मीटर की दूरी तक भाला फेंककर फाइनल के लिए क्वालीफाई कर लिया, जिससे भारत की पदक की उम्मीदें बढ़ गई। नीरज का फाइनल मुकाबला सात अगस्त को खेल जाएगा। बता दें कि नीरज के पिता सतीश चोपड़ा किसान हैं और मां सरोज देवी गृहिणी हैं। दो छोटी बहनें संगीता और सरिता हैं। वहीं दादा धर्म सिंह और चाचा भीम चोपड़ा हैं। चाचा भीम चोपड़ा ने ही नीरज को जैवलिन थ्रो में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। उन्हीं के प्रोत्साहन और समर्थन का परिणाम है कि आज नीरज देश का स्टार एथलीट है।
दादा धर्म सिंह को जीत का पूरा विश्वास
नीरज चोपड़ा के दादा धर्म सिंह चोपड़ा बोले, मेरा पोता जीतकर आएगा। नीरज चोपड़ा से पूरे देश को गोल्ड मेडल की उमीद है। वह देश की उम्मीदों पर खरा उतरेगा। उन्होंने कहा कि मेडल जीतने के बाद दिल्ली से स्वागत करते हुए गांव में पहुंचेंगे। असंध रोड स्थित इंटरनेशनल स्कूल के छात्रों ने पानीपत के खिलाड़ी नीरज चोपड़ा के लिए भी दुआ मांगी। बच्चों ने कहा कि नीरज भारत को मेडल दिलाएंगे।
बधाइयां का लगा तांता
नीरज के चाचा का कहना है कि जैसे ही नीरज ने फाइनल में कदम रखा। उसके बाद लगातार सोशल मीडिया के जरिए फोन के जरिए व्हाट्सएप के जरिए बधाइयां मिल रही है। नीरज के पड़ोसी का कहना है कि नीरज ने देश के नाम साथ-साथ गांव का नाम भी रोशन कर दिया है। हम युवाओं के लिए एक प्रेरणा बना है। नीरज चोपड़ा बस अब इंतजार है तो सिर्फ मेडल का।
अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter, Instagram, LinkedIn , YouTube पर फॉलो करें।