भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड की समीक्षा बैठक, प्रस्ताव खारिज

Kushiyara River

प्रस्ताव खारिज होने के बाद आंदोलन की सुगबुगाहट

हनुमानगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। चंडीगढ़ में हुई भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड (बीबीएमबी) की समीक्षा बैठक में किसानों की मांग अनुसार भाखड़ा नहरों में 1810 क्यूसेक पानी चलाने के प्रस्ताव को खारिज करने के बाद फिर से आंदोलन की सुगबुगाहट तेज हो गई है। भाखड़ा क्षेत्र का किसान मांग मनवाने के लिए आंदोलन की रणनीति बनाने में जुट गया है। घोषणा अनुसार किसान 23 अगस्त को जल संसाधन उत्तर संभाग हनुमानगढ़ के मुख्य अभियंता कार्यालय के सामने अनिश्चितकालीन पड़ाव डालेंगे। किसानों की इस घोषणा से जल संसाधन विभाग के अधिकारियों सहित पूरे प्रशासनिक अमले के हाथ-पांव फूल गए हैं। उन्हें भी डर है कि कहीं किसानों का आंदोलन उग्र रूप न धारण कर ले जिससे क्षेत्र की कानून व्यवस्था बिगड़े।

भाखड़ा में 1810 क्यूसेक पानी चलाने की मांग कर रहा किसान

जानकारी के अनुसार चंडीगढ़ में हुई बीबीएमबी की समीक्षा बैठक में बांधों का जल स्तर संतोषजनक होने के बावजूद भाखड़ा में 1810 क्यूसेक पानी चलाने के प्रस्ताव को बीबीएमबी ने खारिज कर दिया। लेकिन इस बात के लिए आश्वस्त किया कि कुछ पानी भाखड़ा में बढ़ा देंगे। मुख्य अभियंता केएल जाखड़ ने बताया कि भाखड़ा में आगे 1400 क्यूसेक पानी अनिवार्य रूप से चलाया जाएगा। इसके अलावा और पानी मिलने पर नहरों का रेग्यूलेशन नए सिरे से बनाकर नहरों को चलाएंगे। उधर, भाखड़ा में 1810 क्यूसेक पानी चलाने की मांग कर रहे किसानों का कहना है कि भाखड़ा क्षेत्र में वर्षा बिल्कुल नहीं हुई है। इस कारण नरमा, कपास, मूंग, ग्वार की फसलें सूख रही हैं। हिमाचल प्रदेश में भारी बरसात होने के कारण भाखड़ा डैम 1659 फीट व पौंग डैम में 1373 फीट तक पानी का लेवल हो चुका है। लगभग 32000 क्यूसेक पानी पाकिस्तान जा रहा है।

मुख्य अभियंता ने किया था आश्वस्त

उल्लेखनीय है कि भाखड़ा के किसानों ने 14 अगस्त को मुख्य अभियंता से वार्ता कर भाखड़ा नहरों को 1810 क्यूसेक पानी देने की मांग की थी। मुख्य अभियंता और किसान प्रतिनिधियों के मध्य हुई वार्ता में आईजीएनपी के माध्यम से 1200 क्यूसेक व सरहिंद फीडर के माध्यम से 610 क्यूसेक पानी भाखड़ा नहरों को दिलवाने पर सहमति बनी थी। वार्ता के अनुसार मौके पर ही 1200 क्यूसेक से बढ़ाकर 1450 क्यूसेक पानी किया गया तथा मुख्य अभियंता ने पंजाब के सिंचाई अधिकारियों को समझौते मुताबिक 1810 क्यूसेक पानी चलाने के लिए इंडेंट भिजवाया। बाद में बुधवार को हुई बीबीएमबी की बैठक में समझौते के अनुसार पानी चलाने का प्रस्ताव रखा, जिसे बीबीएमबी ने खारिज कर दिया। अब किसान 22 अगस्त तक भाखड़ा में 1810 क्यूसेक पानी नहीं चलाए जाने पर 23 अगस्त से मुख्य अभियंता कार्यालय को घेरने की तैयारी कर रहे हैं।

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