फूलों की खेती कर प्रेरणास्त्रोत बना प्र्रगतिशील किसान हरमन सिंह

आधे एकड़ से शुरू कर फूलों की खेती को कुछ सालों में बढ़ाकर किया 5 एकड़

  • पटियाला के 61 किसानों को 35 हजार प्रति ढ़ाई एकड़ दी सब्सिडी: डिप्टी डायरैक्टर
  • किसान आमदन बढ़ाने के लिए अपनाएं बागवानी

पटियाला। (सच कहूँ/खुशवीर सिंह तूर) पटियाला-नाभा सड़क पर स्थित गांव हिआणा कलां (Hiana Kalan) में 5 एकड़ में फूलों की सफल की खेती करने वाला पढ़ा लिखा युवा हरमन सिंह अन्य किसानों के लिए प्रेरणास्त्रोत बना हुआ है। सरकारी रिपुदमन कॉलेज से ग्रैैजूएट इस युवा ने बताया कि पंजाब की मौजूदा खेती प्रणाली जो कि गेहूं व धान के पारंपरिक फसली चक्कर तक सीमित है, को अपनाने की बजाय उन्होंने पंजाब सरकार के फसली विभिन्नता चक्कर को अपनाते हुए फूलों की खेती का व्यापारिक स्तर पर करने का मन बनाया व आधे एकड़ से शुरू कर अब उनके परिवार द्वारा 5 एकड़ में फूलों की खेती की जा रही है।

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प्रगतिशील किसान हरमन सिंह ने बताया कि उन्होंने 2014 में अपने किसी मित्र के कहने पर पहले साल आधा किला फूलों का लगाया व उससे 70 हजार की कमाई हुई, जिस पर खर्च सिर्फ 10 हजार रूपये आय क्योंकि मैं और मेरे पिता ने बिना लेबर के खुद सारी संभाल की व फिर दूसरे साल हमनें रकबा बढ़ाकर दो किले कर लिया व आमदन अच्छी होने लगी व लेबर को भी काम मिलने लगा, इसी तरह तीसरे साल फूलों का रकबा और बढ़ा लिया व अब हम करीब 5 एकड़ फूलों की खेती (Flower Farming) कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि फूलों की खेती से जहां उन्होंने घर, कार व एक किला जमीन भी खरीदी है, वहीं रोजगार भी पैदा किया है। उन्होंंने बताया कि उनकी तरफ से फूलों की काश्त सहित डेयरी फार्मिंग का कित्ता भी किया जा रहा है, जिससे अच्छी आमदन हो रही है। उन्होंने बताया कि डेयरी फार्मिंग की ट्रेनिंग लुधियाना (Ludhiana) से प्राप्त की।

जारी वर्ष दौरान प्रति ढ़ाई एकड़ 35 हजार रुपए की सहायता दी जा रही: डिप्टी डायरैक्टर बागबानी

डिप्टी डायरैक्टर बागबानी डॉ. नरेन्द्र बीर सिंह मान ने बताया कि विभाग द्वारा बागबानी मंत्री चेतन सिंह जौड़ामाजरा के नेतृत्व में फूलों की खेती करने वाले किसानों को जारी वर्ष दौरान प्रति ढ़ाई एकड़ 35 हजार रुपये की सहायता दी जा रही है। जिला पटियाला के 61 किसानोंं को यह विशेष फील्ड प्रदर्शनी योजना के तहत यह सहायता दी गई है।

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