सफलता पाने के लिए दूरदर्शिता अति जरूरी: प्रो सोलंकी

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राज्यपाल ने राजकीय महिला स्नातकोत्तर कॉलेज में बोर्ड आफ स्टडीज, आईसीएआई द्वारा आयोजित नेशनल कान्फ्रेंस में चार्टर्ड अकाऊंटेड के छात्रों को किया संबोधित

चंडीगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। जिस व्यक्ति के पास मूल्य, गुण और दूरदर्शिता ये चीजें नहीं हैं वह समाज को सही दिशा नहीं दे सकता। व्यक्ति के अंदर का मूल्य दिखाई नहीं देता लेकिन जब वह गुण के साथ कोई कार्य करता है तो उसका मूल्य भी दिखाई दे जाता है। इसी प्रकार, जीवन में सफलता पाने के लिए दूरदर्शिता भी अति जरूरी है। उक्त बात राज्यपाल प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी ने कहा कि रविवार को चण्डीगढ़ में सैक्टर 42 के राजकीय महिला स्नातकोत्तर कॉलेज में बोर्ड आफ स्टडीज, आईसीएआई द्वारा आयोजित नेशनल कान्फ्रेंस में चार्टर्ड अकाऊंटेड के छात्रों को संबोधित करते हुए कही।

उन्होंने उपस्थित छात्रों से संवाद स्थापित करते हुए कहा कि आपके चमकते हुए चेहरे देकर उन्हें प्रसन्नता हो रही है। उन्होंने कहा कि आज भारतवर्ष महत्वपूर्ण धूरी आया हैं और पूर्व राष्टÑपति अब्दुल कलाम ने कहा था कि युवा देश के ‘बिल्डर्स आफ नेशनस’ हैं। इसी प्रकार से आप भी राष्टÑ का एक चमकता हुआ भविष्य है।

देश को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने का काम करना है।

उन्होंने उपस्थित छात्रों से सवाल करते हुए कहा कि देश की सेना की संख्या कितनी है तो इस संदर्भ में उन्होंने कहा कि वर्तमान में देश की सेना की संख्या लगभग 28 लाख हैं और जिस प्रकार से सेना का कर्तव्य देश व जनता को सुरक्षा प्रदान करना है ठीक उसी प्रकार से चार्टर्ड अकाऊटेंडों भी सेना के समान आर्थिक क्षेत्र में सैनिक है और देश को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने का काम करना है। उन्होंने कहा कि आर्थिक क्षेत्र में आप लोगों की ईमानदारी होनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि किसी भी देश को सोहार्द और शांति चाहिए तो उसके नागरिकों की सोच कैसी है, इस पर निर्भर करता है। इसी प्रकार, संपर्क के तहत विश्व को बदलने के लिए संपर्क अति आवश्यक है और हमारे पास अभी हाल ही में एक नया उदाहरण अमेरिका और नार्थ कोरिया के बीच हुई वार्ता का है, जिसके तहत विश्व की परिस्थिति ही बदल गई।

उन्होंने कहा कि मानव कल्याण के लिए संपर्क और सहयोग भी आवश्यक है, नहीं तो सभी यही सोच रहे थे कि नार्थ कोरिया की वजह से विश्व युद्घ होगा लेकिन संपर्क और सहयोग के माध्यम से विश्व की इस परिस्थिति को बदला गया। राज्यपाल ने कहा कि जब हम संपर्क करेंगें तो सहयोग की भावना भी जागृत होगी और इस आत्मीयता से संस्कार पैदा होगें। उन्होंने संकल्प का जिक्र करते हुए कहा कि आज हमारे मन में पूरे विश्व को एक करने का संकल्प होना चाहिए अर्थात मनुष्य में मूल्यों का होना अति आवश्यक है।

प्रत्येक व्यक्ति को स्वावलंबन होना चाहिए

उन्होंने चार्टर्ड अकाऊटेंड के छात्रों से संवाद स्थापित करते हुए कहा कि नया भारत बनाने में आप लोगों के कंधों पर अहम जिम्मेदारी है। उन्होंने महात्मा गांधी के एक वक्तव्य का जिक्र करते हुए कहा कि गांधी जी कहते थे कि हर नागरिक के मन में यह सोच होनी चाहिए कि ये देश मेरा है, सरकार मेरी है। यह सपना व्यक्ति के मन में होना चाहिए।

हमें आर्थिक स्वतंत्रता भी चाहिए और प्रत्येक व्यक्ति को स्वावलंबन होना चाहिए। उन्होंने कहा कि वर्ष 2019 में महात्मा गांधी जी की 150वीं जयंती आयोजित की जानी है और तब तक भारत में पूरा भारत स्वच्छ होना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारे देश में कोई गरीब न हो, भाईचारा हो, जातियता न हो, हिंसा न हो, जिसे महात्मा गांधी जी चाहते थे। उन्होंने कहा कि हमारा जीवन नए भारत के निर्माण में काम आना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम सभी में एक क्षमता होती है सिर्फ उस क्षमता को जानने की आवश्यकता है और उसका उपयोग करना आना चाहिए।

इससे पूर्व, बोर्ड आफ स्टडीज के उपाध्यक्ष श्री विजय कुमार गुप्ता ने कहा कि आईसीएआई के 2.85 लाख चार्टर्ड अकाऊंटेड हैं और वर्तमान में आठ लाख से अधिक छात्र है। उन्होंने कहा कि उनका संस्थान मूल्य, गुण ओर सोच की धारा छात्रों में डालता है ताकि देश की आर्थिक उन्नति हो।

कार्यक्रम के दौरान स्मृति चिन्ह देकर राज्यपाल
को किया गया सम्मानित

इस मौके पर चण्डीगढ ब्रांच के चेयरमैन मस्तान सिंह ने राज्यपाल का स्वागत करते हुए संस्थान की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला और छात्रों को संबोधित किया। कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन संस्थान के ब्रिज भूषण शर्मा ने किया। इस अवसर पर नवीन कुमार सोनी, उमाकांत मेहता, अमितोयोज सिंह कम्बोज सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

 

 

 

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