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बोले-जागरूकता ही बचाव का एकमात्र उपाय (Malaria)
रोहतक (सच कहूँ न्यूज)। भारत में हर वर्ष लाखों लोग मलेरिया का शिकार होते हैं।(Malaria) मलेरिया की चपेट में आने का सबसे बड़ा कारण जागरूकता का अभाव है। जागरूकता ही मलेरिया से बचाव है। यह बात महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने सोमवार को सेंटर फॉर बायोटैक्नोलोजी में आयोजित-मलेरिया की रोकथाम और नियंत्रण विषयक राष्ट्रीय कार्यशाला का बतौर मुख्यातिथि शुभारंभ करते हुए कही। उन्होंने कहा कि मलेरिया से बचने के लिए लोग अपने आसपास साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दें और मलेरिया बारे जागरूकता हों।
- इस बीमारी से बचाव के लिए कुछ सावधानियां जरूरी हैं
- आज जरूरत है कि मलेरिया बारे समाज में जागरूकता की अलख जगाई जाए
सीबीटी निदेशक प्रो. अनिल छिल्लर ने कहा कि विश्वविद्यालय परिसर के साथ-साथ(Malaria)रोहतक शहर व आसपास के क्षेत्र में मलेरिया बारे जागरूकता की लौ प्रज्ज्वलित करने में सीबीटी अहम भूमिका निभाएगा। उन्होंने मलेरिया होने के कारण, इसके लक्षणों, उपचार एवं रोकथाम बारे विस्तार से अवगत कराया।
इस अवसर पर डॉ. शशि कुमार, डॉ. अभिषका बंसल, प्रो. अनिल छिल्लर, प्रो. पुष्पा दहिया, डॉ. रीतू गिल, प्रो. राजेश धनखड़, प्रो. मीनाक्षी शर्मा, प्रो. जेएस लौरा, प्रो. अनीता सहरावत, प्रो. प्रमोद मेहता, डॉ. विकास सिवाच, डॉ. विकास हुड्डा, डॉ. दर्शना चौधरी, डॉ. नेत्रपाल सिंह, डॉ. समुन्द्र, डॉ. विनय मलिक, डॉ. महक डांगी, डॉ. अमिता डंग, डॉ. रश्मि भारद्वाज, एकता नरवाल, चंचल हुड्डा, डॉ. अजीत कुमार, डॉ. रंजना जयवाल, डॉ. हरि मोहन, डॉ. अनिल कुमार, डॉ. कुलदीप चौधरी प्रमुख रूप से मौजूद रहे।
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