तुर्की में 6.1 भूकंप के झटके, लोग दहशत में घर से बाहर निकले

Earthquake in Turkey

अंकारा (एजेंसी)। पश्चिमी तुर्की में बुधवार सुबह भूकंप के तेज (Earthquake) झटके महसूस किए गए हैं। रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 6.0 मापी गयी है। तुर्की के आपदा और आपातकालीन प्रबंधन ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि भूकंप का केन्द्र देश के सबसे बड़े शहर इस्तांबुल से लगभग 210 किलोमीटर दूर दुजसे प्रांत के गोलकाया शहर में था। आज तड़के चार बजकर आठ मिनट पर भूकंप के तेज झटके महसूस किए गस। इसके अलावा इस्तांबुल, राजधानी अंकारा और देश के अन्य हिस्सों में भूकंप के झटके महसू किए गए। आज तड़के से लेकर अभी तक 35 झटके महसूस किए गए हैं।

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भूकंप के झटके के बाद प्रभावित इलाकों में बिजली काटी

उन्होंने बताया कि भूकंप के तेज झटके महसूस करने पर लोग नींद में अपने घरों से बाहर निकल आए। भूकंप के झटके के बाद प्रभावित इलाकों में बिजली काट दी गई। गृह मंत्री सुलेमान सोयलू ने निजी एनटीवी टेलीविजन को बताया कि भूकंप के झटके महसूस करने पर घरों से बाहर भागने के दौरान घायल होने से 22 लोगों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज के लिए भर्ती किया गया है। भूकंप के तेज झटके महसूस करने पर कई लोग घबराहट में बालकनी या खिड़कियों से कूद गए जिससे उन्हें चोटें आई हैं। उनमें से एक की हालत गंभीर थी। एहतियात के तौर पर स्कूलों को बंद कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि विस्तृत सूचना की प्रतिक्षा की जा रही है।

भूकंप के दौरान ऐसा करने से बचें | Earthquake

  • – भूकंप के दौरान लिफ्ट का इस्तेमाल न करें।
  • – बाहर जाने के लिए लिफ्ट की बजाय सीढ़ियों का इस्तेमाल करें।
  • – कहीं फंस गए हों तो दौड़ें नहीं।
  • – अगर गाड़ी या कोई भी वाहन चला रहे हो तो उसे फौरन रोक दें।
  • – वाहन चला रहे हैं तो पुल से दूर सड़क के किनारे गाड़ी रोक लें।
  • – भूकंप आने पर तुरंत सुरक्षित और खुले मैदान में जाएं।
  • – भूकंप आने पर खिड़की, अलमारी, पंखे आदि ऊपर रखे भारी सामान से दूर हट जाएं।

क्या होता है रिक्टर स्केल

भूकंप के समय भूमि में हुई कंपन को रिक्टर स्केल या मैग्नीट्यूड कहा जाता है। रिक्टर स्केल का पूरा नाम रिक्टर परिणाम परीक्षण ( रिक्टर मैग्नीट्यूड टेस्ट स्केल ) है। भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर जितनी ज्यादा होती है, भूमि में उतना ही अधिक कंपन होता है। जैसे-जैसे भूकंप की तीव्रता बढ़ती है नुकसान भी ज्यादा होता है। जैसे रिक्टर स्केल पर 8 की तीव्रता वाला भूकंप ज्यादा नुकसान करेगा। वहीं 3 या 4 की तीव्रता वाला भूकंप हल्का होगा।

भूकंप की तीव्रता के हिसाब से क्‍या हो सकता है असर | Earthquake

  •  0 से 1.9 की तीव्रता वाले भूकंप का पता सिर्फ सीज्मोग्राफ से ही चलता है।
  •  2 से 2.9 की तीव्रता वाले भूकंप से सिर्फ हल्की कंपन होती है।
  •  3 से 3.9 की तीव्रता वाले भूकंप के दैरान ऐसा लगता की कोई ट्रक आपके बगल से गुजरा हो।
  •  4 से 4.9 की तीव्रता वाला भूकंप खिड़कियां तोड़ सकता हैं।
  •  5 से 5.9 की तीव्रता पर घर का सामान हिल सकता है।
  •  6 से 6.9 की तीव्रता वाले भूकंप से इमारतों की नींव में दरार आ सकती है।
  •  7 से 7.9 की तीव्रता वाला भूकंप इमारतों को गिरा सकता है।
  •  8 से 8.9 की तीव्रता वाला भूकंप आने पर बड़े पुल भी गिर सकते हैं।
  •  9 से ज्यादा की तीव्रता वाले भूकंप पूरी तरह से तबाही मचा सकते हैं।
  • अगर समंदर नजदीक हो तो सुनामी भी आ सकती है।

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