लखीमपुर खीरी की घटना के विरोध में मनाया काला दिवस

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लखीमपुर खीरी की घटना के विरोध में मनाया काला दिवस

Protest against Lakhimpur Kheri incident: हनुमानगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। आज ही के दिन दो साल पूर्व उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई घटना के विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा (United Kisan Morcha) व भारतीय ट्रेड यूनियन (Indian Trade Union) केन्द्र की ओर से मंगलवार को काला दिवस मनाते हुए जिला कलक्ट्रेट के सामने प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन के बाद मोर्चा व यूनियन की मांगों के संबंध में राष्ट्रपति के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपा गया। भारतीय ट्रेड यूनियन केन्द्र के बहादुर सिंह चौहान ने कहा कि दो साल पूर्व लखीमपुर खीरी में केन्द्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी के पुत्र की ओर से गाड़ी चढ़ा कर 5 किसानों की हत्या कर दी गई थी। उसके विरोध में आज पूरे देश में काला दिवस मनाया जा रहा है। Hanumangarh News

प्रदर्शन कर राष्ट्रपति के नाम एडीएम को सौंपा ज्ञापन

इस घटना के बाद केन्द्रीय मंत्री अभी तक पद पर बने हुए हैं और अपने बेटे को बचाने में लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि भारत सरकार की ओर से किसानों को दिए गए आश्वासन को आज तक भी पूरा नहीं किया गया। इससे देश के किसान व मजदूर वर्ग में भारी असंतोष और गुस्सा व्याप्त है। किसान आंदोलन की लम्बित मांगों को पूरा करने के लिए भारत सरकार की ओर से आश्वासन व भरोसा दिलाया गया था। Rajasthan News

लेकिन आज तक सरकार की ओर से न तो केन्द्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी को पद से हटाया गया है और न ही गिरफ्तार किया गया है। इससे पता चलता है कि देश के संविधान और लोकतंत्र के प्रति केन्द्र की मोदी सरकार कितनी असंवेदनशील है। इसलिए आज पुरे देश में किसान, मजदूर व नौजवान लखीमपुर खीरी के शहीदों को न्याय की मांग करते हुए काला दिवस के रूप में मना रहे हैं। Hanumangarh News

ज्ञापन में लखीमपुर खीरी के शहीदों को न्याय देने व भाजपा के मंत्री अजय मिश्रा टेनी को तुरंत पद से हटा गिरफ्तार करने, संघर्षों के दौरान किसानों और ट्रेड यूनियन के कार्यकर्ताओं पर दर्ज किए मुकदमे वापस लेने, चार श्रम संहिताओं को रद्द करने, न्यूनतम वेतन 26 हजार रुपए प्रतिमाह लागू करने, किसानों को सभी फसलों पर सी 2+50 प्रतिशत न्यूनतम समर्थन मूल्य सुनिश्चित करने और किसान संगठनों से किए समझौते लागू करने, सभी के लिए सामाजिक सुरक्षा और 10 हजार रुपए मासिक पेंशन सुनिश्चित करने, सार्वजनिक क्षेत्र के उद्योगों और सेवाओं का निजीकरण बंद करने, बिजली (संशोधन) बिल 2022 को रद्द करने, बिजली के स्मार्ट मीटर लगाने के नाम पर जनता से लूट बंद करने, बेमौसम बारिश व गुलाबी सुंडी से खराब हुई नरमा की फसल का मुआवजा देने, मूंग, ग्वार, धान, नरमा व बाजरा की एमएसपी पर खरीद शुरू करने, किसानों के लिए व्यापक कर्जामाफी, मनरेगा में 600 रुपए प्रतिदिन की दिहाड़ी पर 200 दिन का रोजगार सुनिश्चित करने की मांग की गई। Hanumangarh News

इस मौके पर रेशमसिंह मानुका, शेरसिंह, शिवकुमार, आत्मासिंह, रायसाहब, रामेश्वर वर्मा, रायसिंह जाखड़, रघुवीर वर्मा, भीम गोदारा, ओम स्वामी, जगतार सिंह, मुंशासिंह, मेजर सिंह, विनोद, लाल मोहन, मुकद्दर अली आदि मौजूद थे। Rajasthan News

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