बच्चों में कुपोषण से बचाव के लिए एल्बेंडाजोल की खुराक देना जरूरी: एडीसी सुशील कुमार
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23 से 26 मई तक चलाया जाएगा विशेष अभियान
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एक से 19 वर्ष के बच्चों को घर-घर जाकर खिलाई जाएगी एलबेंडाजोल की गोली
सरसा (सच कहूँ न्यूज)। अतिरिक्त उपायुक्त सुशील कुमार ने कहा कि शिक्षा के साथ-साथ बच्चे का स्वस्थ होना बेहद जरुरी है, क्योंकि स्वस्थ नागरिक ही स्वस्थ समाज व सशक्त राष्ट्र का निर्माण कर सकते हैं। बच्चों को कुपोषण से बचाने तथा उन्हें स्वास्थ्य के बारे में जागरूक करने के लिए सभी विभाग आपसी तालमेल के साथ राष्ट्रीय कृमि मुक्त दिवस कार्यक्रम में पूर्ण सहयोग करें।
कार्यक्रम के माध्यम से 23 से 26 मई तक विशेष अभियान के तहत एक से 19 वर्ष के बच्चों को आशा वर्कर, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता व एएनएम (ट्रिपल-ए) द्वारा घर-घर जाकर एलबेंडाजोल की गोली खिलाई जानी है। अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि विशेष अभियान के तहत जिला में चार लाख 34 हजार 29 लाभार्थियों को एल्बेंडाजोल की गोली (Albendazole Tablet) खिलाई जाएगी। इस अभियान को सफल बनाने के लिए योजनाबद्ध तरीके से कार्य करें और शत प्रतिशत बच्चों को दवा खिलाना सुनिश्चित करें।
यह बात अतिरिक्त उपायुक्त सुशील कुमार ने शुक्रवार को कृमि मुक्ति दिवस के तहत स्थानीय लघु सचिवालय के सभागार में आयोजित अधिकारियों की बैठक को संबोधित करते हुए कही। यह अभियान स्वास्थ्य विभाग, महिला एवं बाल कल्याण विभाग तथा शिक्षा विभाग द्वारा संयुक्त रूप से इस कार्यक्रम किया जाता है।
शिक्षक व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से अभिभावकों को करें जागरूक
अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि कृमि मुक्ति दिवस मनाए जाने का मुख्य उद्देश्य बच्चों में पेट के कीड़ों की बीमारी से मुक्त करना है। यह बीमारी बच्चों में शारीरिक कमजोरी उत्पन्न करती है, जिससे बच्चा कुपोषण का शिकार हो जाता है।
उन्होंने कहा कि बच्चों को कुपोषण से बचाने में शिक्षक अहम भूमिका निभा सकते हैं, शिक्षक व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से अभिभावकों को इसके बारे में जागरूक करें। इसके अलावा स्कूल व कॉलेजों में छात्र-छात्राओं को स्वास्थ्य व स्वच्छता के टिप्स बताएं। विशेषकर छोटे बच्चों को हैंड वॉश के बाद खाना खाने के फायदे जरूर बताएं।
11 टीमों का किया गया गठन
सिविल सर्जन डॉ मनीष बंसल ने बताया कि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम की सफलता के लिए 11 टीमों का गठन किया गया है जिसमें दो डाक्टर, एक फार्मासिस्ट शामिल रहेंगे। इसके अलावा हर टीम की निगरानी के लिए एसएमओ की ड्यूटी लगाई गई है।
23 से 26 मई तक जिले के एक साल से 19 साल तक के सभी बच्चों को व कार्यक्रम के अंतर्गत 20 साल से 24 साल तक महिलाओं को आशा वर्कर-आंगनवाड़ी कार्यकर्ता व एएनएम बहन (ट्रिपल-ए) द्वारा एल्बेंडाजोल की गोलियां (Albendazole Tablet) घर घर जाकर खिलाई जाएंगी। जो बच्चे व महिलाएं दवा लेने से वंचित रह जाएंगे उन्हें 27 से 29 मई को मॉप-अप दिवस के दौरान ये गोलियां खिलाई जाएगी।
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