दक्षिण हरियाणा में भूमिगत जल में होगी बढ़ोतरी

manohar lal khattar
  • भालोट व झज्जर सब-ब्रांच की री-माडलिंग को मुख्यमंत्री ने दी मंजूरी
  • दक्षिणी हरियाणा को सिंचाई के लिए मिलेगा पानी

ChandiGarh, SachKahoon News: भालोट व झज्जर सब-ब्रांच की क्षमता बढ़ाने और री-माडलिंग करने के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने वापकोस द्वारा दी जाने वाली परामर्श सेवाओं हेतु अपनी सैद्धांतिक प्रशासनिक मंजूरी दे दी है। प्रस्तावित परियोजना मुख्यमंत्री के राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र और विशेषतौर पर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के लिए जल सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए अभिलक्षित विजन का एक भाग है। भालोट और झज्जर सब-ब्रांच की क्षमता बढ़ने से मानसून के दौरान यमुना नदी के पानी के प्रयोग को सुनिश्चित किया जाएगा और इससे दक्षिणी हरियाणा को सिंचाई के लिए पानी मिलेगा तथा भूमिगत जल में बढ़ोतरी होगी।
उन्होंने बताया कि इस उद्देश्य के लिए भालोट सब-ब्रांच की क्षमता को हैड पर आरडी 0 से 156014 और 2052 क्यूसिक से 2596 क्यूसिक तक बढ़ाने का प्रस्ताव रखा गया है, जिसे झज्जर सब-ब्रांच के माध्यम से आरडी 0 से 160986 तक बढ़ाया जाएगा।
इन सब-ब्रांचों की क्षमता बढ़ाने तथा री-माडलिंग के लिए वापकोस द्वारा कार्य किया जाएगा, जिसमें एल-सैक्शन का डिजाइन, भालोट सब-ब्रांच के लिए खुबरू हैड पर हैड रैग्युलेटर और अंदरूनी स्ट्रक्चर, वर्तमान संचालित हैड की सुरक्षा का कार्य और झज्जर सब-ब्रांच के अंत में पम्प हाउस के डिजाइन का कार्य शामिल है।