‘किसी को पैसे नहीं खाने दूंगा, भ्रष्टाचारियों को ही हो रही तकलीफ’

ई-टेंडरिंग का विरोध कर रहे सरपंचों को पंचायत मंत्री देवेन्द्र बबली की दो टूक

  • पंचायत मंत्री के जनसंवाद कार्यक्रम में सरपंचों ने किया हंगामा

फतेहाबाद। (सच कहूँ/विनोद शर्मा) प्रदेशभर में जनसंवाद कार्यक्रमों के दौरान ई-टेंडरिंग का विरोध कर रहे सरपंचों को पंचायत मंत्री देवेन्द्र बबली ने दो टूक जवाब देते हुए कहा कि पंचायतों के सभी कार्य ई-टेंडरिंग से ही होंगे। किसी को पैसे नहीं खाने दूंगा। ई-टेंडरिंग का विरोध केवल वहीं लोग कर रहे हैं जो चुनाव में किए गए खर्च की भरपाई जनता के पैसे से करना चाहते हैं। पंचायत मंत्री रविवार को फतेहाबाद में आयोजित जनसंवाद कार्यक्रम में सरपंचों को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान दो-तीन सरपंचों ने अपनी बात रखने को लेकर हंगामा भी किया। बता दें कि जनसंवाद कार्यक्रम में देवेन्द्र बबली जैसे ही बोलने के लिए आए तो उसी समय भट्टू सरपंच एसोसिएशन के प्रधान चन्द्रमोहन पोटलिया ने कहा कि पहले उनकी बात सुनी जाए।

इस पर पंचायत मंत्री ने कहा कि वे अपने संबोधन के बाद सबकी बात सुनेंगे लेकिन बबली के भाषण में ये लोग विरोध करते है लेकिन पंचायत मंत्री ने अपना भाषण जारी रखा। पंचायत मंत्री ने इस बीच कहा कि सरपंच अपने आप को गली-नाली तक सीमित न रखें। सरपंच गांव के चहुंमुखी विकास की ओर ध्यान दें। घपले-घोटालों से ऊपर उठकर कार्य करें। इस पर फिर विरोध के स्वर उठे तो उन्होंने सख्त लिहाजा अपनाते हुए कहा कि भ्रष्टाचार रुकने पर जिनको तकलीफ है, वही विरोध कर रहे हैं और कामयाब नहीं होने देंगे।

मंत्री बोले, मैं शरीफ हूँ, थारी बात सुनूंगा, थारी चाय पीकर जाऊंगा…

मंत्री देवेन्द्र बबली ने कहा कि पहले गांव में गली बनती थी तो जिसके बिल सरपंच पास करवाते थे। ब्लाक समिति भी उसी गली के बिल पास करती थी और बाद में जिला परिषद में भी वह बिल पास हो जाते थे। इस बीच पुलिस अधिकारियों ने कई बार पोटलिया को बिठाने का प्रयास किया लेकिन वह अपनी बात रखने के लिए अड़े रहे। पोटलिया ने बबली से कहा कि वह अपनी बात कहना चाहते हैं। चंद्रमोहन पोटलिया को समझाते हुए देवेंद्र बबली ने कहा कि मैं शरीफ मंत्री हूं, आपकी बात सुनने आया हूं। फतेहाबाद मेरा होम डिस्ट्रिक है, मेरा फायदा उठाओ, भोलेयो, थारी बात सुनुंगा, थारी चाय पीकर पकौड़े खाकर जाऊंगा। तब भी विरोध करने वाले दो सरपंच नहीं माने तो मंत्री ने अपना भाषण जारी रखा और कहा कि प्रदेश में उनके जो कार्यक्रम हुए हैं उनमें जानबूझकर विरोध करवाया।

मंत्री ने सरपंचों को दिखाया राइट टू रिकॉल का डर

पंचायत मंत्री देवेन्द्र बबली ने सरपंचों के विरोध के बीच अपना भाषण खत्म किया और बैठ रहे। जब सरपंच अपनी बात पर अड़े रहे तो बबली दोबारा माइक पर आए और दोबारा भाषण शुरू करते हुए कहा कि सरकार ने राईट टू रिकॉल कानून भी पास कर रखा है। विरोध कर रहे सरपंचों की ओर हाथ करते हुए मंत्री ने कहा कि जनता को मौका मत दो, नहीं तो जनता वापस भी बुला सकती है। इसके बाद उनकी जगह दूसरा भी आ सकता है। उन्होंने फिर अपनी बात दोहराई कि विकास कार्यों के एस्टीमेट भेजो, विकास कार्यों में कोई कमी नहीं आएगी लेकिन किसी को इसमें पैसे नहीं खाने दूंगा। मैं पहले वाली राजनीति नहीं करता कि आओ, खाओ और जाओ। यह सब अब नहीं चलेगा।

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