पंजाब में तंबाकू 33.8 से घटकर 19.2 प्रतिशत तक पहुंचा

  • सरकार ने नशा छुड़ाओ केंद्रों का दायरा बढ़ाया
  • कानून में भी सख्ती बरतेगी सरकार

ChandiGarh, SachKahoon News:  पंजाब में धुम्रपान छुड़वाने के लिए नशा छुड़ाओ केंद्रों का दायरा बढ़ा दिया है और वहां पर तंबाकू का सेवन करने वाले लोगों को काउंसलिंग की सेवाएं देने का फैसला किया गया। पंजाब की एडिशनल चीफ सैक्रेटरी (स्वास्थ्य व परिवार कल्याण पंजाब) विनी महाजन ने बाताय कि इस फैसले का उद्ेश्य पंजाब में तंबाकू के इस्तेमाल को कम करना है। तंबाकू का इस्तेमाल के साथ नॉन कम्यूनिकेबल डिजीज बीमारियां जैसे कैंसर, कार्डियोवैस्कुलर रोग और टीबी आदि रोग भी कम हो जाएंगे।
एडिशन चीफ सैक्रेटरी ने बताया कि पंजाब सरकार तंबाकू की समस्या के साथ निपटने के लिए गंभीर प्रयास कर रही है। युवाओं और बच्चों को तंबाकू/निकोटीन से बचाने के लिए सरकार की तरफ से तंबाकू कंट्रोल एक्ट 2003 के तहत सिगरेट/निकोटीन पर पाबंदी, फूड सेफ्टी एक्ट के तहत खाने वाले सुगंधित तंबाकू पर पाबंदी और ड्रगस एंड कॉस्मैटिक एक्ट के तहत ई-सिगरेट पर पाबंदी आदि कानून को सख्ती से लागू किया गया है।

सर्वेक्षण की रिपोर्ट
सर्वेक्षण होने से एक वर्ष पहले हीडा, सोनू गोयल, पीजीआई चंडीगढ़ और डा. राकेश गुप्ता, डिप्टी डायरैक्टर स्वास्थ्य विभाग की तरफ से मार्च 2015 से 2016 तक पंजाब में तंबाकू के इस्तेमाल के मापदंड बारे अध्ययन किया गया। अध्ययन के डाटा मुताबिक 97.4 प्रतिशत तंबाकू का सेवन करने वाले लोग तंबाकू पदार्थ के पैकेटों से बनी स्वास्थ्य चेतावनी को नोटिस करते हैं, जिनमें 61.5 प्रतिशत धुम्रपान करने वाले तंबाकू/धुम्रपान छोड़ने के बारे सोचते हैं। इनमें 25-44 वर्ष की उम्र वर्ग के लोग तंबाकू पदार्थों के पैकेटों पर बनी यह स्वास्थ्य चेतावनी नोटिस करते हैं। यह आंकड़े बहुत ही महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि अभी तक कोई भी अन्य ऐसा डाटा उपलब्ध नहीं है, जिसमें यह दर्शाया गया है कि तंबाकू पदार्थों के पैकेटों पर बने स्वास्थ्य चेतावनी चिन्ह तंबाकू/निकोटीन का सेवन करने वाले लोगों के व्यवहार में बदलाव लाते हैं।

भारत सरकार द्वारा करवाए गए नैशनल फैमिली हैल्थ सर्वे-4 (गेटस-4) 2015-16 मुताबिक गत 10 वर्षों में पंजाब के पुरुषों में तंबाकू के इस्तेमाल में 33.8 प्रतिशत को कम 19.2 प्रतिशत हो गई है, महिलाओं में 0.8 प्रतिशत से कम होकर 0.1 प्रतीशत हो गई है। इसके साथ साथ गत एक वर्ष में 24.4 प्रतीशत पुरुष तंबाकू की आदत छोड़ने की कोशिश कर चुके हैं। ऐसे समय में तंबाकू की रोकथाम अन्य भी महत्वपूर्ण हो गई है।