रणजी चैम्पियन विदर्भ के सिर सजा ईरानी कप का ताज

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विदर्भ और शेष भारत के बीच मैच 5वें दिन ड्रा समाप्त हुआ

नागपुर (एजेंसी)।

रणजी चैंपियन विदर्भ के बल्लेबाज़ों के अविश्वसनीय प्रदर्शन के बाद रविवार यहां मैच के पांचवें और अंतिम दिन रविवार को शेष भारत के खिलाफ मैच ड्रा समाप्त हुआ, लेकिन पहली पारी की बढ़त के आधार पर ईरानी कप 2017-18 का खिताब विदर्भ के सिर सजा। विदर्भ की पहली पारी में 286 रन की शानदार दोहरी शतकीय पारी खेलने वाले 40 साल के वसीम जाफर को मैन आॅफ द् मैच चुना गया। विदर्भ ने शेष भारत के खिलाफ पहली पारी में सात विकेट पर 800 रन बनाने के बाद पारी घोषित कर दी थी जो ईरानी कप के इतिहास में सर्वाधिक स्कोर भी है। शेष भारत अपनी पहली पारी में 129.1 ओवर में 390 पर आॅल आउट हो गई।

विदर्भ ने 410 रन की बढ़त के बावजूद शेष भारत से फालोआॅन नहीं कराया और दूसरी पारी में बल्लेबाजी की। विदर्भ ने 26 ओवर के खेल में बिना किसी विकेट के नुकसान के 79 रन बनाए और मैच ड्रा समाप्त हो गया। विदर्भ को उसकी पहली पारी की बढ़त के आधार पर ईरानी कप चैंपियन घोषित कर दिया गया। विदर्भ का ईरानी कप पर पहली बार कब्ज़ा तो उसी समय सुनिश्चित हो गया था जब उसने पहली पारी 800 रन के विशाल स्कोर पर घोषित कर दी थी। मैच के अंतिम दिन यही देखना बाकी था कि विदर्भ सीधी जीत दर्ज कर पाता है या नहीं। शेष भारत ने कल के छह विकेट पर 236 रन से आगे खेलना शुरु किया।

विदर्भ ने बनाया था ईरानी कप के इतिहास में सर्वाधिक स्कोर

हनुमा विहारी ने 81 और जयंत यादव ने 62 रन से अपनी पारी को आगे बढ़ाया। हनुमा ने 327 गेंदों में 23 चौकों और तीन छक्कों की मदद से 183 रन की शानदार पारी खेली जो प्रथम श्रेणी में उनका 14वां शतक भी था। जयंत जब अपने चौथे प्रथम श्रेणी शतक से मात्र चार रन दूर थे कि आदित्य सरवटे की गेंद को मारने की कोशिश में स्टम्प हो गए। जयंत ने 230 गेंदों का सामना किया और 96 रन में 14 चौके लगाए। हनुमा और जयंत ने सातवें विकेट के लिए 216 रन की साझेदारी की।

वसीम जाफर को चुना गया मैन आॅफ द् मैच

दोनों टीम के स्कोर को 314 तक ले गए। दोनों बल्लेबाज़ों ने शेष भारत को छह विकेट पर 98 रन की नाजुक स्थिति से उबारा था। जयंत का विकेट गिरने के बाद हनुमा ने शाहबाज़ नदीम (15) के साथ आठवें विकेट के लिए 58 रन जोड़े। नदीम को भी सरवटे ने बोल्ड किया। नदीम का विकेट 372 के स्कोर पर गिरा। सिद्धार्थ कौल दो रन बनाने के बाद टीम के 389 के स्कोर पर आउट हो गए। हनुमा अपने दोहरे शतक के करीब पहुंच रहे थे लेकिन दूसरे छोर पर उनके साथी बल्लेबाज़ पवेलियन लौट रहे थे।

हनुमा आखिर सरवटे का तीसरा शिकार बन गए और शेष भारत की पारी 390 रन पर समाप्त हो गई। शेष भारत ने कुल 129.1 ओवर खेले। विदर्भ को रणजी चैंपियन बनाने में प्रमुख भूमिका निभाने वाले रजनीश गुरबानी अपने कल के चार विकेट में कोई इजाफा नहीं कर सके। उन्होंने 24 ओवर में 70 रन देकर चार विकेट लिए। लेफ्ट आर्म स्पिनर सरवटे ने शानदार गेंदबाजी की और 37.1 ओवर में 97 रन पर तीन विकेट लिए। तेज़ गेंदबाज़ उमेश यादव के हिस्से में 27 ओवर में 72 रन पर दो विकेट आए।

 

 

 

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