जहरीला पदार्थ निगलने वाले पेट्रोल पंप मालिक की मौत

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सांकेतिक फोटो

तीन पेज का सुसाइड नोट लिखा, भाजपा नेता को ठहराया जिम्मेदार

हिसार (सच कहूँ न्यूज)। फतेहाबाद के बड़ोपल में 3 दिन पहले जहर निगलने वाले हिसार के रामायण (Ramayan) गांव में स्थित पेट्रोल पंप के मालिक रोशन लाल की अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में उपचार के दौरान मौत हो गई। रोशन लाल गांव रामायण में इंडियन ऑयल का पेट्रोल पंप चलाता था। उसके सुसाइड करने का मामला पेट्रोल पंप की हिस्सेदारी के मामले व पैसे की लेनदेन से जुड़ा हुआ है। (Hisar News)

अपने पेट्रोल पंप की लेटर पैड पर लिखित 3 पेज के सुसाइड नोट में रोशन लाल ने अपनी मौत के लिए भाजपा नेता मंदीप मलिक व एक अन्य व्यक्ति जयेश बगा को जिम्मेदार ठहराया है। पुलिस ने मृतक रोशन लाल के बेटे महेश की शिकायत पर कार्रवाई शुरू कर दी है। आरोप है कि मंदीप मलिक के पास पेट्रोल पंप मालिक रोशन लाल के खाली चेक थे। जिसे वह बैंक में लगाने की धमकी देता था। आरोप है कि वह इन चेकों का दुरुपयोग कर रहा था। सुसाइड नोट में रोशन लाल ने लिखा कि मेरे परिवार ने भी मेरा साथ नहीं दिया। इसलिए भाजपा नेता को मौका मिल गया। मैं मेरी जीवन लीला खत्म कर रहा हूँ,जिसका जिम्मेदार वह है।

बड़ोपल के पास किया था जहरीले पदार्थ का सेवन | (Hisar News)

रोशन लाल शनिवार को आदमपुर में अपने साढू से मिलने के लिए गया था। अगले दिन फतेहाबाद के बड़ोपल के पास उन्होंने जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया आसपास के लोगों ने पूछताछ के बाद रोशन लाल के परिवार वालों को सूचित किया। तब उन्हें उपचार के लिए अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में दाखिल करवाया गया था। जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।

गिरफ्तारी से पहले पोस्टमार्टम व शव लेने से मना किया

मृतक रोशनलाल के परिजनों ने आरोपियों की गिरफ्तारी से पहले पोस्टमार्टम करवाने व शव लेने से मना कर दिया। बड़ोपल चौकी पुलिस मृतक के परिजनों से लगातार बातचीत कर रही है। लेकिन मृतक के परिजनों का कहना है कि जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो जाती, तब तक शव नहीं लिया जाएगा। इतना ही नहीं उसके परिजनों ने गिरफ्तारी से पहले पोस्टमार्टम से भी मना कर दिया।

ये लिखा सुसाइड नोट में | (Hisar News)

जहर पीने से पहले रोशन लाल ने अपने पेट्रोल पंप के लेटर पैड पर 3 पेज का सुसाइड नोट भी लिखा। उसने लिखा कि जब मैंने राधे कृष्ण नाम से पेट्रोल पंप खोला था तो उस समय मंदीप मलिक ने खाता खोला था, जो कि सेविंग अकाउंट था। फिर मंदीप ने उस खाते की चेक बुक इश्यू करवाई जो कि मैं बैंक में लिखकर दे आया था। इसके बाद मंदीप ने मुझसे चेक बुक से तीन चेक ब्लेंक साइन किए हुए ले लिए। इसके बाद हमारे बाकी चेक से पंप के काम लिए। जो चेक उसने लिए मैंने उसका सारा हिसाब कर दिया। सुसाइड नोट के अनुसार इसके बाद मंदीप ने कहा कि अभी मेरे पास आपके तीन ब्लेंक चेक कर रखे हैं। वह इन चेकों को किसी और को देकर कोर्ट के हिसाब से पैसे लेकर रहूँगा।

मैंने उसका 4 जून 2021 को 4 लाख रुपये देकर कर दिया था। वह हिस्सा मेरी बहन ने ले लिया था। जिसमें उसके साइन व फोन नंबर लिखे हैं। इसके बाद मनदीप ने किसी आदमी को फोन करके कहा मैं यह चेक लगा रहा हूँ। अगर आपने साथ आना है तो मैं आपको हिस्सा दे दूंगा। मगर उस आदमी ने मना कर दिया। फिर उसने चेक किसी और को जिसको मैं कभी जानता नहीं देकर बाउंस करवा कर मेरे पास सम्मन भेज दिए।… आखिर में उसने लिखा कि अब मैं मनदीप मलिक के डर से आत्महत्या कर रहा हूँ। उसके साथ जयेश बगा जिम्मेदार है।

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