खाला तोड़ने के मामले में कार्रवाई नहीं पेट्रोल भरी बोतल लेकर चढ़ा टंकी पर

गोलूवाला निवादान का मामला, समझाइश के बाद साढ़े पांच घंटे बाद उतरा नीचे

हनुमानगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। करीब चार साल पहले खेत में बना खाला तोड़ने वालों के खिलाफ अभी तक कार्रवाई न होने से नाराज एक किसान मंगलवार सुबह पेट्रोल से भरी बोतल हाथ में लेकर गोलूवाला निवादान में पानी की टंकी पर चढ़ गया। उसने खाला तोड़ने में लिप्त रहे लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज करने और सिंचाई पानी न लगने के कारण उसके खेत में हुए नुकसान की भरपाई करने की मांग प्रशासन से की। करीब साढ़े पांच घंटे तक चले समझाइश के दौर के बाद प्रशासन व सिंचाई विभाग के अधिकारी उक्त किसान को नीचे उतारने में सफल रहे।

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जानकारी के अनुसार गोलूवाला सिहागान के वार्ड दो का निवासी किसान खेतपाल सुथार पुत्र देवीलाल मंगलवार सुबह करीब नौ बजे गोलूवाला निवादान में बने ओवरहेड टैंक पर चढ़ गया। उसके हाथ में पेट्रोल से भरी बोतल भी थी। इसका पता चलने पर आसपास के नागरिक टंकी के पास एकत्रित हो गए। सूचना मिली तो पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों में हड़कम्प मच गया। मौके पर गोलूवाला पुलिस थाना प्रभारी भजनलाल लावा के अलावा प्रशासनिक व सिंचाई विभाग के अधिकारी पहुंचे। टंकी पर चढ़े खेतपाल सुथार का कहना था कि 23 जेआरके चक में आखिरी छोर में उसकी कृषि भूमि है जो बीके 104 का क्षेत्र है। खेतपाल के अनुसार 2019 में कुछ दबंगों ने पानी के लिए बना सरकारी खाला तोड़ दिया। वह दिन और आज का दिन, उसके खेत में नहर का सिंचाई पानी नहीं लग रहा।

वह न्याय के लिए दर-दर की ठोकरें खा चुका। थाने से हुई शुरुआत सिंचाई विभाग, उप तहसील, तहसील, उपखंड कार्यालय, जिला कलक्टर, बीके 104 के अध्यक्ष, पटवारी से होते हुए राजधानी स्थित सचिवालय तक चली गई लेकिन हुआ कुछ भी नहीं। पीड़ित के अनुसार उसके प्लाट तक इस कार्रवाई में बिक गए लेकिन किसी के कान पर भी जूं तक नहीं रेंगी। अब उसने थक हार कर यह कदम उठाया है। उसकी मांग है कि संबंधित प्रशासनिक अधिकारी उससे वार्ता करने के लिए मौके पर पहुंचें। खाला तोड़ने में लिप्त रहे करीब 15 व्यक्तियों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज हो व सिंचाई पानी न लगने के कारण उसके खेत में से नुकसान की भरपाई प्रशासन करे।

मौके पर मौजूद अधिकारियों ने खेतपाल सुथार से समझाइश शुरू की। आखिरकार दोपहर करीब पौने तीन बजे प्रशासनिक अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों की समझाइश के दौरान सहमति बनने पर खेतपाल नीचे उतरा। किसान के नीचे उतरने पर प्रशासन ने भी राहत की सांस ली। टंकी से उतरते ही खेतपाल सुथार मीडिया के सामने भावुक हो गया। उसने सरपंच, सिंचाई विभाग के एक्सईएन सहित अन्य अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए। पुलिस ने शाम को खाला तोड़ने के आरोप में खेतपाल के भाई भरतराम की रिपोर्ट पर अज्ञात पर पीडीपीपी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया।

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