मोबाइल एप से बनें इंग्लिश में एक्सपर्ट

China Using Mobile Data

इंग्लिश सीखने का एक बेहतरीन मंच है आपका स्मार्टफोन

किसी भी भाषा को सीखना अपने आप में एक खास बात है। अंग्रेजी भाषा को भी आप टीचिंग के पारंपरिक तरीकों, प्रैक्टिस, पढा़ई से सीख सकते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि आपका स्मार्टफोन भी इंग्लिश सीखने का एक बेहतरीन तरीका है। अगर आपको इंग्लिश सीखनी हो या फिर इंग्लिश में अपने स्किल्स इंप्रूव करने हो आपके मोबाइल के ऐप्स आपको इंग्लिश में एक्सपर्ट बना सकते हैं। इन ऐप्स के जरिए आप इंग्लिश सीखेंगे ही साथ ही बुक्स से कहीं ज्यादा आसानी से प्रैक्टिस भी कर सकेंगे। ये ऐप आप फ्री में डाउनलोड कर सकते हैं।

Duolingo-

यह इंग्लिश सीखने का बेसिक लर्निंग सिस्टम है। इसके चैप्टर इस तरह के हैं जिसके जरिए आपको स्किल ट्री से पढ़ाया जाता है। यहीं नहीं यह आपको लेखन के पूरा होने पर अवार्ड भी दिया जाता है। यही नहीं इस एप के जरिए आपको हर सवाल का सही जवाब देने पर प्रोत्साहित भी किया जाता है।

Memise :-

इस एप के जरिए इंग्लिश के साथ ही कई और भाषाएं भी सीख सकते हैं। इस एप्प के सभी कोर्स आप आॅनलाइन मोड में भी पढ़ सकते हैं। यह एप्प प्वाइंट सिस्टम से आपको इंग्लिश की बारिकियां सिखाता है। इस एप के जरिए आप क्रिएटिव तरीकों की मदद से इंग्लिश के शब्दों को याद कर सकते हैं। इस एप का कोर्स यूजर्स द्वारा डिजाइन किया गया है। इस तरह आप तुलना भी कर सकते हैं कि दूसरे इंग्लिश लर्नर्स ने कैसे इंग्लिश सीखी।

Lingua.ly-

यह एप एक वोकेबलरी टूल है। यह एक तरह से वेब कंटेंट को भाषा सीखने के अवसर में तब्दील कर देता है। इस एप में आप वोकेबलरी टेस्ट भी दे सकते हैं। यहां इंग्लिश सिखाने के लिए असीमित टेस्ट हैं जिनके जरिए आप इंग्लिश में अपनी पकड़ बना सकते हैं।

Jeluuny grammar’s word challenge: –

यह एक फन लिटिल क्विज एप्लीकेशन है। इस एप के जरिए आप स्पेल चेक, ग्रामर, वोकेबलरी में अपनी पकड़ मजबूत कर सकते हैं। इस ऐप में सीखने के लिए तीन लेवल हैं। ईजी मीडियम और हार्ड। यही नहीं इस एप की मदद से आप और भी कई यूजर्स से कॉम्पीट भी कर सकते हैं।

लगातार सीखना

ज्यादातर लोगों को लगता है कि जॉब मिलने के बाद वे सेटल हो गए हैं। एक्सपर्ट के मुताबिक जॉब मिलने का मतलब यह नहीं है कि आपने अपना लक्ष्य पा लिया है और सीखने का सिलसिला खत्म हो गया है।

आपको करियर गोल की तरफ आगे बढ़ते रहना चाहिए। मेडिसिन, नर्सिंग, आईटी, इंजिनियरिंग जैसे ग्लोबल प्रफेशंस में लगातार सीखना पड़ता है। दुनिया डिजिटल हो रही है। ऐसे में आपको डिजिटल स्किल्स बढ़ानी चाहिए, चाहे आप किसी भी सेक्टर में काम क्यों न कर रहे हों।

कार्य की गहरी समझ होना जरूरी

एक बार आप करियर की सीढ़ी पर चढ़ गए तो आपको पता चलता है कि आपके मौजूदा स्किल सेट पर्याप्त नहीं हैं। मिसाल के तौर पर, ज्यादातर लोग आईटी सेक्टर में प्रोग्रामर के तौर पर आते हैं और बढ़कर टीम लीडर बन जाते हैं।

अगला लेवल मैनेजमेंट का होता है और इसके लिए कोडिंग से आगे बढ़ने की जरूरत होती है। यहां आपको सेल्स, प्रोजेक्ट के फाइनेंशियल आस्पेक्ट्स, कस्टमर सर्विस जैसी चीजें जानने की जरूरत होती है। आपको इंडस्ट्री की भी गहरी समझ होनी चाहिए।

 

 

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