खैहरा के खिलाफ पास हुआ विशेषाधिकार हनन मामला, हो सकती है कार्रवाई
- कांग्रेसी विधायकों ने किया था विरोध लेकिन खैहरा बोले, कर दो जो मर्जी कार्रवाई
- खैहरा का मोबाइल छीनने के भी स्पीकर ने आदेश दिए
चंडीगढ़ (अश्वनी चावला)। आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ विधायक सुखपाल खैहरा ने सांसद और पार्टी प्रधान भगवंत मान जैसी गलती ही शुक्रवार को कर दी। उन्होंने विधानसभा की मोबाइल पर वीडियो बनाकर फेसबुक पर डाल दी। इस बारे में विधानसभा स्पीकर को जानकारी मिली तो उन्हें सदन की मर्यादा के हनन के आरोप में पूरे बजट सत्र के लिए सस्पेंड कर दिया गया। इससे पहले वीरवार को सिमरजीत बैंस को सस्पेंड किया गया था। स्पीकर ने विधायक खैहरा का मोबाइल छीनने के आदेश दिए थे लेकिन खैहरा का मोबाइल लेकर एक आप विधायक तुरंत ही सदन से बाहर चला गया।
कांग्रेस ने उठाई कार्रवाई की मांग
ब्रह्म मोहिंद्रा ने सदन की मर्यादा भंग होने का प्रस्ताव दे आम आदमी पार्टी के सीनियर खैहरा खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की । सभी विधायकों की सहमति के साथ पेश किए इस प्रस्ताव को स्पीकर ने पास कर दिया। इस के साथ विशेष अधिकार समिति को इस मामले की जांच करने के आदेश दिए हैं। इतना ही नहीं सदन की वीडियो मामले के बाद स्पीकर ने मार्शल को खैहरा का मोबाइल जब्त करने के लिए कह फटकार भी लगाई।
कुछ इस प्रकार छिड़ा विवाद
हुआ यूं कि किसानों के मुद्दे को लेकर विधान सभा के अंदर जब अकाली व कांग्रेसी विधायकों की आपस में तूं-तूं मैं-मैं चल रही थी तो स्पीकर ने सदन की कार्रवाई को निरस्त कर खुद सदन से बाहर चले गए।
यही कारण था कि सुखपाल खैहरा को लगा कि सदन की कार्रवाई बंद होने के कारण अकाली-कांग्रेसी विधायकों की लड़ाई फेसबुक पर दिखाई जाए जिसके बाद खैहरा ने अपनी फेसबुक पर इस पूरे झगड़े की वीडियो बनाते हुए फेसबुक पर लाइव कर दिया। जिसका मौके पर कांग्रेस के विधायकों ने विरोध भी किया लेकिन सुखपाल खैहरा ने वीडियो बनाते हुए कहा कि यदि उन्हें कोई दिक्कत है तो उसके खिलाफ कार्रवाई करवा दें लेकिन वह वीडियो जरूर बनाऐंगे।
केवल मेरे पास ही नहीं, सबके पास मोबाइल है: खैहरा
सुखपाल खैहरा ने अपने खिलाफ कार्रवाई को गलत करार देते हुए कहा कि सदन के भीतर मोबाइल केवल उनके पास ही नहीं बल्कि सभी विधायकों सहित खुद मुख्यमंत्री के पास भी है। मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू तो मोबाइल पर कुछ न कुछ करते ही रहते हैं और जब मेरे खिलाफ यह मर्यादा हनन का प्रस्ताव पेश किया जा रहा था, ठीक उसी समय नवजोत सिंह सिद्धू मोबाइल पर बात कर रहे थे तो उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की गई। मंत्री चरनजीत सिंह चन्नी ने विरोधी पक्ष के नेता होते हुए विधानसभा की कार्रवाई को फेसबुक पर लाइव किया लेकिन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई।
वीडियो अपलोड कर ये स्टेटस डाला
वीडिया में दिखाया गया कि कैसे कांग्रेसी और अकाली बहस कर रहे हैं। उन्होंने स्टेटस में लिखा कि देखें कि कैसे अकालियों और कांग्रेसियों ने पंजाब विधानसभा को पंचायत से भी बुरा स्थान बना दिया है। आपस में लड़ रहे हैं और सदन का समय खराब कर रहे हैं।
पहले मान ने की थी गलती
गौरतलब है कि इससे पहले मान ने संसद भवन दिल्ली की पूरी वीडियो शेयर की थी जिसके बाद उन्हें भवन में आने पर बैन लगा दिया गया था। अब देखना ये होगा कि खैहरा की इस हरकत का क्या संज्ञान लिया जाता है।
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