30 प्रतिशत लोग भारत में हेलमेट न पहनने से गवा देते हैं ‘जिन्दगी’

Traffic Safety Rules

भारत सड़क यातायात दुर्घटनाओं के मामले में पहले स्थान पर

  • ‘ट्रेक्स’ ने हरियाणा पुलिस के साथ ‘आॅनलाइन वेबिनार’ पर किया मंथन

करनाल(सच कहूँ/विजय शर्मा)। देश में ज्यादातर लोग हेलमेट सिर्फ इसलिये खरीदते हैं, ताकि उनका चालान न कट जाये। बहुत कम लोग हैं, जो सुरक्षा के लिये अच्छी क्वालिटी का हेलमेट खरीदना पसंद करते हैं। देश में नकली हेलमेट की बिक्री लगातार बढ़ रही है। सड़क किनारे और लोकल दुकानों पर 100 रुपये से लेकर 300 रुपये में नकली हेलमेट आसानी से मिल जाते हैं। वहीं कई बार तो इन हेलमेट पर आईएसआई का नकली स्टिकर तक लगा कर बेच दिया जाता है। यही कारण है कि देश में नकली हेलमेट की वजह से सड़क दुर्घटनाओं में मौत का आंकड़ा बड़ा है।

लोगों को जागरूक करने व चालकों की जिन्दगी बचाने के उद्देश्य से ट्रैफिक पुलिस आईजी डॉ. राजश्री सिंह के नेतृत्व में लगातार टैÑफिक पुलिस द्वारा प्रयास किये जा रहे हैं। इसी कड़ी में मंगलवार को ‘ट्रेक्स’ ने हरियाणा पुलिस के साथ ‘आॅनलाइन वेबिनार’ का आयोजन किया गया। जिसमें ‘न बनेगा ना बिकेगा-नकली और घटिया हेलमेट’ विषय पर चर्चा की गई। इस दौश्रान ट्रैफिक पुलिस आईजी डॉ. राजश्री सिंह ने कहा कि दो पहिया वाहनों से सड़क पर सुरक्षित चलने के लिए चालकों को नकली हेलमेट का प्रयोग नहीं करना चाहिए। वहीं अनुराग कुलश्रेष्ठ, अध्यक्ष ट्रैक्स एस सोसायटी, अरुण श्रीवास्तव सलाहकार आईएएनआरएस ने भी अपने विचार रखे।

एनजीओ ‘ट्रैक्स ’ निभा रहा अहम भूमिका

टैक्स एक समर्पित सड़क सुरक्षा एनजीओ, जो ‘हेलमेट सुरक्षा’ की जोरदार वकालत कर रहा है। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा नया हेलमेट सुरक्षा कानून ‘दोपहिया मोटर वाहनों (गुणवत्ता नियंत्रण) आदेश, 2020 के सवारों के लिए हेलमेट’ की वकालत की गई है। वक्ताओं ने बताया कि हेल्मेट इंडिया गठबंधन के तहत काम कर रहे देशभर में ट्रैक्स और एनजीओ और देश भर के सभी राज्यों में इस मुद्दे को नए कानून ‘दोपहिया मोटर वाहनों के सवारों के लिए हेलमेट (गुणवत्ता नियंत्रण) आदेश, 2020 के कड़े कार्यान्वयन के लिए उठा रहे हैं। धारा 138 (एफ) 4 सीएमवीआर एक नई मोटरसाइकिल के साथ एक मुफ्त हेलमेट और केवल मानकीकृत हेलमेट के प्रचार के संबंध में है।

सही हेलमेट पहना हो तो 42 प्रतिशत बढ़ जाती है बचने की संभावना: अग्नानी

ट्रैक्स की एडवोकेसी डायरेक्टर सुश्री जीतली अग्नानी ने कहा कि भारत में 30 प्रतिशत लोग हेलमेट न पहनने के कारण मर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यूएनईसीई द यूनाइटेड नेशंस मोटरसाइकिल हेलमेट स्टडी के अनुसार, उपयुक्त हेलमेट पहनने से मोटरसाइकिल सवार के बचने की संभावना 42 प्रतिशत तक बढ़ जाती है और सवारों को 69 प्रतिशत चोटों से बचने में मद्द मिलती है। वहीं सड़क सुरक्षा पर एससी कमेटी के पूर्व सचिव एसडी बंगा ने सभी को मौजूदा कानूनों और नियमों से अवगत कराया।

  • ट्रैफिक पुलिस आईजी डॉ. राजश्री सिंह की अपील, नकली और घटिया हेलमेट से बचें चालक

आंकड़ों पर एक नजर

  • दुर्घटनाओं से जुड़ी मौतों और चोटों की संख्या के मामले में दुनियाभर में 11वां स्थान
  • सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के 2019 के सड़क दुर्घटना के आंकड़ों के अनुसार, भारत में कुल 449002 सड़क दुर्घटनाएं हुई, जिनमें 151113 लोग मारे गए और 451361 घायल हुए।
  • 151113 मौतों में से मोटरसाइकिल सवारों की मौत की संख्या 56,136 थी।
  • 44,666 मौतें हेलमेट न पहनने के कारण सड़क हादसों में होती हैं।

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