अंत्योदय परिवारों के लिए जीवन-दायिनी साबित हो रही निरोगी हरियाणा योजना

Nirogi Haryana Yojana
स्वास्थ्य जांच में 7 हजार 283 नागरिक मिले विभिन्न बीमारियों से ग्रस्त

स्वास्थ्य जांच में 7 हजार 283 नागरिक मिले विभिन्न बीमारियों से ग्रस्त

  • योजना में जिला में की जा चुकी है 62 हजार से अधिक लोगों के स्वास्थ्य की जांच

भिवानी (सच कहूँ/इन्द्रवेश)। निरोगी हरियाणा योजना (Nirogi Haryana Yojana) अंत्योदय परिवारों के लिए जीवन-दायिनी साबित हो रही हैं। इस योजना के तहत जिला में अब तक 62 हजार से अधिक लोगों के स्वास्थ्य की जांच की जा चुकी है। जांच के दौरान सात हजार 283 नागरिक विभिन्न बिमारियों से पीड़ित मिले, जिनका अब समय रहते उपचार शुरू हो सका है। जिला में 500 से 600 लोगों के स्वास्थ्य की जांच प्रतिदिन की जा रही है। स्वास्थ्य संस्थाओं के अलावा तीन मोबाईल यूनिट के माध्यम से भी ग्रामीण अंचल के लोगों का स्वास्थ्य जांचा जा रहा है।

निरोगी हरियाणा के तहत अंत्योदय परिवारों के स्वास्थ्य की जांच करने में जिला भिवानी प्रदेश में फिलहाल चौथे पायदान पर है। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अंत्योदय परिवारों के सही स्वास्थ्य को लेकर निरोगी हरियाणा नामक योजना शुरू की है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य गरीब से गरीब परिवारों के स्वास्थ्य की जांच करना है, ताकि सही समय पर उपचार मिल सके। जिला भिवानी में ऐसे करीब एक लाख 60 हजार 144 परिवार हैं और आबादी की बात करें तो जिला में छह लाख 14 हजार 428 लोग हैं, जिनके स्वास्थ्य की जांच की जानी है।

जिला में अब तक 62 हजार से अधिक लोगों के स्वास्थ्य की जांच की जा चुकी है। जांच के दौरान पाया गया कि 7283 लोग विभिन्न बीमारियों से ग्रस्त हैं। इनमें 3947 बच्चे एनीमिया से ग्रस्त मिले तथा 702 बच्चे कुपोषण के शिकार मिले हैं। इसी प्रकार से 356 लोगों में टीबी के लक्ष्ण पाए गए हैं। 44 लोगों में कार्डिया, दो बच्चों में लॉ-बर्थ वेट मिला है। तीन लोग ऐसे भी मिले हैं, जिनमें हार्ट अटैक आने की संभावना थी। निरागी हरियाणा योजना के तहत जांच का फायदा यह हुआ कि बीमार मिले इन सभी लोगों का समय का ईलाज शुरू हो सका।

अंत्योदय परिवारों को साल में दिया जा रहा पांच लाख रु. का फ्री उपचार

उपायुक्त नरेश नरवाल ने बताया कि निरोगी हरियाणा योजना के तहत प्रत्येक अंत्योदय परिवारों के सदस्यों के स्वास्थ्य की जांच की जा रही है। योजना की मॉनीटरिंग के सुशासन सहयोगी शुभम भार्गव को जिम्मेवारी दी गई है। इस योजना का सबसे बड़ा फायदा यह है कि व्यक्ति को उसकी बीमारी के बारे में पता चल जाता है, जिससे वे अपना समय पर ईलाज शुरू करवा लेते हैं। सभी अंत्योदय परिवारों के सदस्यों को अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर स्वास्थ्य की जांच करवानी चाहिए। आयुष्मान योजना के तहत अंत्योदय परिवारों को साल में पांच लाख रुपए का उपचार फ्री दिया जा रहा है।

योजना के तहत लोगों के किए जा रहे 16 प्रकार के टेस्ट

जिला में सभी सरकारी सामान्य अस्पताल के अलावा गांवों में पीएचसी व सीएचसी में लोगों के स्वास्थ्य की जांच नि:शुल्क की जा रही है। इसके लिए एक पोर्टल भी शुुरु किया जा चुका है, जिस पर प्रतिदिन रिपोर्ट दर्ज की जाती है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा ग्रामीण व दूर-दूराज क्षेत्र के लिए जिला में तीन मोबाईल यूनिट भी चलाई गई हैं, जो गांव-गांव जाकर ग्रामीणों के स्वास्थ्य की जांच कर रही है।

इस योजना में पंचायत विभाग, शिक्षा विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग और शहरी स्थानीय विभाग का भी सहयोग लिया जा रहा है ताकि कोई भी अंत्योदय परिवार स्वास्थ्य चैक से वंचित न रहे। निरोगी हरियाणा योजना के तहत लोगों के 16 प्रकार के टेस्ट किए जाते हैं।

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